Published - 23 Mar 2021 by Tractor Junction
खेतों में रबी की फसलें पक चुकी है और कटाई के लिए तैयार हैं। यदि इनकी समय पर कटाई नहीं की जाए तो अगली फसल की बुवाई प्रभावित हो सकती है। वहीं बिगड़ते मौसम के कारण आंधी व बारिश आने से फसल को नुकसान भी पहुंच सकता है। इस लिहाज से इस समय रबी की तैयार फसल को काटना जरूरी हो जाता है। यूं तो रबी की फसल कटाई के लिए परंपरागत कृषि यंत्र जैसे- हासिया, दराती का प्रयोग किया जाता रहा है। लेकिन इस परंपरागत व पुराने यंत्रों से फसल कटाई का कार्य करने में काफी मुश्किल आती है और समय व श्रम भी अधिक लगता है। इसके अलावा फसल कटाई के लिए जो आदमी रखने पड़ते हैं उनकी मजदूरी का भुगतान करना होता है। इस तरह से देखा जाए तो इन परंपरागत व पुराने यंत्रों से कटाई का कार्य करना काफी महंगा पड़ता है।
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वहीं इसके विपरीत आधुनिक कृषि यंत्रों की सहायता से ये काम न केवल आसान हो जाता है बल्कि समय व श्रम दोनों की बचत होती है और काम भी समय सही तरीके से निपटाया जा सकता है। आज बहुत से आधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध है जिनमें स्वचालित वर्टिकल कन्वेयर रीपर, बैठकर चलाने वाला रीपर, ट्रैक्टर से चलने वाला रीपर, स्वचालित कटाई सह बंधाई यंत्र, ट्रैक्टर चलित स्वचालित कटाई सह बंधाई यंत्र, स्वचालित कम्बाईन हार्वेस्टर तथा भूसा कम्बाईन आदि। इन यंत्रों द्वारा कम समय में अधिक कार्य पूरा किया जा सकता है। आज हम आपको इन यंत्रों में से चुने हुए 5 टॉप कृषि यंत्रों के बारें में बताएंगे।
ब्रश कटर एक बहुउपयोगी और किसानों की बचत करने वाली मशीन है। किसान बिना मजूदर के ब्रश कटर की मदद से कई काम कर सकता है। इससे वह अपना पैसा व श्रमशक्ति भी बचा सकता है। ब्रश कटर को चलाना और नियंत्रित करना बहुत आसान है। मुख्य रूप से यह खरपतवार काटने की मशीन है लेकिन खेत में यह कई काम आती है। बाजार में कई कंपनियों के ब्रश कटर 2 स्ट्रोक और 4 स्ट्रोक मॉडल में उपलब्ध है।
इनकी बॉडी हल्के एल्यूमिनियम की होती है। कार्य के दौरान प्रतिघंटे 600 से 900 मिलीलीटर ऑयल मिश्रित पेट्रोल खर्च होता है जो कार्य की प्रकृति के अनुसार कम या ज्यादा हो सकता है। ब्रश कटर का औसतन वजन 7 से 8 किलो के आसपास होता है। कम वजन के कारण यह चलाने में बहुत आरामदायक होती है। इसमें काटने का उपकरण 2.7 से 3 मिलीमीटर मोटी एक नॉयलान की रस्सी है। अग्रभाग में लगा हैड इस रस्सी को 10 से 12 मीटर तक रख सकता है। यह अंदर की तरफ लपेटा हुआ होता है। दस हजार आरपीएम पर घूमने वाली यह रस्सी अंगुली की मोटाई तक किसी भी खरपतवार को काट सकती है। किसान इसे कंधे पर लटकाकर खेत या बगीचों में खरपतवार काट सकता है। इसके अलावा अन्य काम भी कर सकता है। एक अनुभवी व्यक्ति 5 से 7 मीटर रस्सी से एक एकड़ भूमि में खरपतवार काट सकता है। इसका कंपन कम होने की वजह से चलाने वाले को कम थकान होता है। बढिय़ा कंपनी की मशीन को 800 घंटे तक चलाने पर किसी भी तरह की मरम्मत की जरुरत नहीं पड़ती है।
स्वचालित वर्टिकल कन्वेयर रीपर मशीन फसल की कटाई के लिए उपयोग में लाई जाने वाली इंजन चलित मशीन है। इस मशीन को चलाने के लिए मशीन के पीछे चालक को पैदल चलना पड़ता है। इस मशीन के द्वारा फसलों को काटकर एक कतार में व्यवस्थित रखा जा सकता है। यह मशीन की सहायता से गेहूं, धान, सोयाबीन तथा अन्य आनाज एवं तिलहन वाली फसलों की कटाई आसानी से की जा सकती है।
इंजन, शक्ति संचालन बॉक्स, कटाई पट्टी, फसल पंक्ति विभाजक, कन्वेयर पट्टी, स्टार पहिया और संचालन प्रणाली तथा एक मजबूत फ्रेम पर ये सभी लगे होते हंै। इस मशीन की लम्बाई, चौड़ाई और ऊंचाई लगभग 2450, 1200 और 1000 मिमी क्रमश: होती है। इसमें इंजन की शक्ति को पट्टी तथा घिरनी के द्वारा कटाई पट्टी और कन्वेयर पट्टी तक भेजा जाता है। रीपर को आगे चलाने पर फसल पंक्ति विभाजक फसल को विभाजित करता है तथा फसल के तने को कटाई पट्टी के संपर्क में आने पर फसल कट जाती है तथा एक पंक्ति में कटी हुई फसल एकत्रित हो जाती है। कटी हुई फसल को हाथों द्वारा गट्ठर बनाकर गहाई करने वाले स्थान तक ले जाया जाता है। मशीन द्वारा काटी गई फसल का वहन खड़ी दिशा में होने के कारण फसल के बिखेरने से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। इस मशीन की कार्य क्षमता लगभग 0.15 हेक्टेयर/प्रति घंटा होती है। इसमें ईंधन की खपत लगभग 1 लीटर प्रति घंटा होती है।
ट्रैक्टर चलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर का प्रयोग गेहूं और धान की कटाई की जा सकती है। यह एक ट्रैक्टर चलित कटाई यंत्र है, इस मशीन को ट्रैक्टर के सामने लगाया जाता है इस मशीन की सहायता से फसल की कटाई काफी सुविधाजनक तरीके से की जा सकती है।मशीन के मुख्य भाग व कार्यविधि
75 मिमी पिच का कटाई पट्टी असेम्ब्ली, 7 फसल पंक्ति विभाजक, लग सहित कन्वेयर पट्टी, दबाव स्प्रिंग, घिरनी और पावर संचालन गियर बॉक्स रहते है। फसल पंक्ति विभाजक कटाई पट्टी असेम्बली के सामने फिट किया जाता है तथा स्टार पहिया फसल पंक्ति विभाजक के ऊपर लगे होते हैं। इसे ट्रैक्टर के पीटीओ द्वारा कपलिंग शाफ्ट तथा मध्यवर्ती शाफ्ट जी ट्रैक्टर के चेचिस के माध्यम से चलाया जाता है। जमीन के ऊपर मशीन की ऊंचाई घिरनी एवं स्टील की रस्सी की सहायता से ट्रैक्टर के हइड्रोलिक द्वारा नियंत्रित की जाती है। कटाई पट्टी द्वारा फसल की कटाई के बाद फसल को लग्ड़ कन्वेयर पट्टी की सहायता से उर्वराधर स्थिति में मशीन के एक तरफ ले जाया जाता है और कटी फसल मशीन की चलने की दिशा से अधोलाम्बावत दिशा में एक कतार में जमीन पर गिर जाती है। इसके बाद फसल को एकत्रित किया जाता है।
स्वचालित कटाई सह बंधाई यंत्र फसल की कटाई के साथ-साथ फसल को बंडल के रूप में बांधने का काम करता है। इस तरह ये मशीन किसानों के लिए दुगुना काम करने वाली मशीन है।
इस मशीन में दो बड़े तथा एक छोटा पहिया लगा होता है। इसका संचालन पिछले छोटे पहिये द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इस मशीन को संचालित करने के लिए लगभग 10 अश्व शक्ति का डीजल इंजन लगा होता है। इस मशीन में क्लच, ब्रेक, स्टेयरिंग प्रणाली और शक्ति संप्रेषण प्रणाली लगी होती है जो मशीन को आसानी से चलाने में मदद करते हैं। यह यंत्र कम लागत में बहुत कम दानों की क्षति के साथ 100 प्रतिशत भूसे की प्राप्ति सुनिश्चित करता है। इस मशीन का उपयोग मुख्यत: गेहूं, धान, जई, जौ और अन्य अनाज वाली फसलों की कटाई के लिए किया जाता है। मशीन की कार्यक्षमता 0. 4 हेक्टर/ घंटा है। मशीन में ईंधन की खपत लगभग 1 लीटर/घंटा होती है।
खेती के कार्यों के लिए विभिन्न प्रकार की मशीनों का उपयोग करने के बजाय हार्वेस्टर का उपयोग किया जाता है। इस मशीन की सहायता से अनाज एकत्रिकरण, फसल कटाई, दाना एकत्रिकरण, अपशिष्ट पृथक्कीरण व दाना संग्रहण आदि कार्य बड़ी आसानी से हो जाते हैं। स्वचालित कंबाइन हार्वेस्टर का उपयोग कई प्रकार की फसलों जैसे गेहूं, मकई, सोयाबीन, जई, चावल आदि फसलों की कटाई एवं गहाई तथा सफाई हेतु किया जाता है।
मशीन के मुख्य भाग व कार्यविधि
स्वचालित कम्बाईन हार्वेस्टर में कटाई इकाई, गहाई इकाई और सफाई एवं अनाज संचालन इकाई लगी होती है। कटाई इकाई में घिरनी, कटाई पट्टी, बरमा और फीडर कन्वेयर शामिल होते हैं। गहाई इकाई में सिलेंडर, अवतल और सिलेंडर बीटर लगे होते है। सफाई इकाई में काटने वाला छलनी और डेन इकठ्ठा करने हेतु आनाज कड़ाही लगे होते हंै। अनाज संचालन इकाई में अनाज एलिवेटर और बहाव बरमा लगे होते हैं। फसल कटने के बाद फीडर कन्वेयर के माध्यम से सिलेंडर और अवतल असेम्बली में जाती है जहां पर इस की गहाई होती है और अनाज के डेन एवं भूसा भिन्न-भिन्न भागों में एक-दूसरे से अलग हो जाते हंै। इसमें 4300 मि. मी. लम्बाई का कटाई पट्टी होती है। इसकी काटने की ऊंचाई 550 से 1250 है। इसमें 605 व्यास तथा 1240 लम्बाई का गहाई ड्रम लगा होता है जो 540 से 1050 चक्कर प्रति मिनट की गति से चलता है। इसकी चाल 2 से 11.5 कि. मी. /घंटा है।
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