प्रकाशित - 24 Nov 2024
इस समय खरीफ फसलों की बिक्री और रबी फसलों की बुवाई का सीजन चल रहा है। ऐसे में किसान खेत की तैयारी के काम में जुट गए हैं। खेत की तैयारी के लिए किसानों को जिन कृषि यंत्रों की आवश्यकता होती है उनमें में से एक कल्टीवेटर (Cultivator) भी है। कल्टीवेटर एक ऐसा कृषि यंत्र है जो ट्रैक्टर की सहायता से चलाया जाता है और इसका उपयोग खेत की जुताई के काम में किया जाता है। इस कृषि यंत्र की सहायता से किसान कम समय और श्रम में खेत को तैयार कर सकते हैं। इस यंत्र से किसान दो कार्य कर सकते हैं एक तो खेत की जुताई और दूसरा खरपतवारों पर नियंत्रण। इस तरह इस यंत्र से दो काम आसानी से किए जा सकते हैं और पैदावार में बढ़ोतरी की जा सकती है। खास बात यह है कि कल्टीवेटर (Cultivator) की खरीद पर सरकार की ओर से किसानों को सब्सिडी (Subsidy) का लाभ भी प्रदान किया जाता है।
टाइन टाइप कल्टीवेटर (Tine Type Cultivator) में 9 से 13 टाइन तक लगे होते हैं। इसकी सहायता से खेत की जुताई करके उसे खेती के लिए तैयार किया जा सकता है। कल्टीवेटर (Cultivator) की प्रमुख विशेषताएं या उपयोग इस प्रकार से हैं-
कल्टीवेटर (Cultivator) को ट्रैक्टर (Tractor) से जोड़कर चलाया जाता है। इसे चलाने के लिए 35 हार्स (HP) पावर या इससे अधिक हार्स पावर के ट्रैक्टर की आवश्यकता होती है। 35 एचपी (HP) से अधिक एचपी के ट्रैक्टर के साथ इसे खेत में आसानी से संचालित किया जा सकता है।
बाजार में कई कंपनियों के कल्टीवेटर आते हैं जिसमें से फिल्डकिंग, लैंडफोर्स, यूनिवर्सल, सोनालीका, जॉन डियर, खेदूत, एग्रोटिस, कैप्टन, सॉइल मास्टर, फार्मकिंग, लेमकेन, महिंद्रा, शक्तिमान ग्रिमे, सॉइलटेक, एग्रीजोन, बोरास्टेस अदिति, स्वराज, शक्तिमान, केएस एग्रोटेक आदि शामिल है जो किसानों के बीच लोकप्रिय हैं। किसान अपनी जरूरत और सुविधा के अनुसार पसंदीदा ब्रांड के कल्टीवेटर की खरीद कर सकते हैं।
केंद्र सरकार की ओर से सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन योजना (Sub Mission on Agriculture Mechanization Scheme) चलाई जा रही है। इसके तहत किसानों को कल्टीवेटर पर सब्सिडी (Subsidy) का लाभ प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु, सीमांत और महिला किसानों को कृषि यंत्र की लागत पर 50 प्रतिशत सब्सिडी (Subsidy) दी जाती है। वहीं योजना के तहत अन्य वर्ग के किसानों को 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। इसके अलावा कुछ राज्य सरकारें अलग-अलग योजना के तहत राज्य के किसानों को कृषि यंत्रों पर 40 से 80 प्रतिशत तक अनुदान देती है। कृषि यंत्रों पर अनुदान के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर आवेदन मांगे जाते हैं। किसान इसमें आवेदन करके सरकारी सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए किसान का चयन लॉटरी के माध्यम से किया जाता है।
कल्टीवेटर की कीमत (Cultivator Price) उसमें लगे टाइन की संख्या व उसके फीचर्स पर निर्भर करती है। यदि बात की जाए इसकी कीमत की तो इसकी कीमत 12999 से शुरू होकर 1.65 लाख* रुपए तक जाती है। विभिन्न ब्रांडों के कल्टीवेटर की कीमत की जानकारी के लिए आप ट्रैक्टर जंक्शन की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन किसानों के लिए एक भरोसेमंद ऑनलाइन प्लेटफार्म हैं, जहां किसानों की सुविधा के अनुसार ट्रैक्टर व कृषि उपकरण खरीदने व बेचने की सुविधा उपलब्ध है। ट्रैक्टर जंक्शन पर आप कई कंपनियों की फसल बुवाई से संबंधित मशीनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। किसान भाई ट्रैक्टर जंक्शन की वेबसाइट पर विजिट करके ट्रैक्टर कल्टीवेटर की ऑनलाइन खरीद (Online Purchase of Cultivator) भी कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सॉलिस ट्रैक्टर, महिंद्रा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
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