प्रकाशित - 26 Oct 2024
खरीफ फसलों की कटाई का काम शुरू हो चुका है और किसान अपनी फसल बेचने के काम में लगे हुए हैं। इसके बाद किसान रबी फसल की बुवाई का कार्य शुरू करेंगे। कुछ जगह तो रबी फसल की बुवाई शुरू भी कर दी गई है। ऐसे में किसानों को रबी फसल की बुवाई के लिए ऐसी कृषि मशीन की आवश्यकता होगी जो बुवाई का काम बेहतर तरीके से कर सके तो इसके लिए सबसे अच्छी मशीन हैप्पी सीडर (Happy Seeder) है। ऐसा इसलिए की हैप्पी सीडर द्वारा पराली प्रबंधन के काम को पूरा करने के साथ ही खेत में बीजों की बुवाई का काम भी बेहतर तरीके से किया जा सकता है। यदि आप भी किसान है तो आपके लिए हैप्पी सीडर मशीन (Happy Seeder Machine) से रबी फसल की बुवाई फायदेमंद साबित हो सकती है। खास बात यह है कि हैप्पी सीडर पर सरकार की ओर से किसानों को सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है।
हैप्पी सीडर (Happy Seeder) कृषि यंत्र एक ऐसी मशीन है जो फसल अवशेष प्रबंधन के काम के साथ ही सीधी बुवाई का काम कर सकती है। इस यंत्र की सहायता से किसान धान की कटाई के बाद खेत में बिना जुताई किए रबी फसल की बुवाई कर सकते हैं। यह कृषि यंत्र फसल अवशेषों यानी पराली को खेत में बिछा देता है और फसल की बुवाई कर देता है। ऐसे में हैप्पी सीडर एक साथ दो काम कर सकता है। इसलिए यह मशीन किसानों के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है।
हैप्पी सीडर (Happy Seeder) से खेत की बिना जुताई किए सीधी बुवाई हो जाती है। ऐसे में किसान द्वारा खेत की तैयारी में लगने वाला समय व अतिरिक्त लागत नहीं लगती है। यह कृषि यंत्र फसल अवशेषों को खेत में ही बिछा देता है जो खेत की नमी को बनाए रखने में भी सहायक है। यह फसल अवशेष आगामी समय में डीकंपोज होकर खाद में बदल जाते हैं जो खेत के लिए लाभकारी होती है। वहीं पराली को खेत में बिछाने से खेत में नमी बनी रहती है जिससे आगामी बोई गई फसल की सिंचाई में कमी आती है। हैप्पी सीडर के इस्तेमाल से किसानों के समय, श्रम व लागत बचती है जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी होती है।
हैप्पी सीडर (Happy Seeder) में बीज एवं उर्वरक के लिए अलग-अलग बॉक्स बने होते हैं। जिससे पहले उर्वरक जमीन गिरता है और इसके बाद बीज की बुवाई होती है। यह कृषि यंत्र जीरो टीलेज तकनीक के माध्यम से बुवाई का काम करता है और फसल अवशेष को बेहतर तरीके से खेत में बिछा देता है। ऐसे में बुवाई की शुरुआती अवस्था में खेत में उपयुक्त नमी होने से बीजों का अंकुरण अच्छे से होता है। वहीं फसल अवशेषों का प्रबंधन होकर मिट्टी की सेहत में भी सुधार होता है।
सरकार की ओर से कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत किसानों को हैप्पी सीडर (Happy Seeder) पर सब्सिडी (subsidy) का लाभ प्रदान किया जाता है। मध्यप्रदेश में किसानों को हैप्पी सीडर पर 75 से 80 हजार रुपए तक की सब्सिडी दी जाती है। इसके लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है। वहीं यूपी व बिहार सरकार की ओर से कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत किसानों को कृषि यंत्र की लागत पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है।
वैसे तो बाजार में काफी कंपनियों के हैप्पी सीडर (Happy Seeder) उपलब्ध हैं, लेकिन 5 ऐसे लोकप्रिय हैप्पी सीडर हैं जो किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हैं, जो इस प्रकार से हैं-
यदि बात की जाए इसकी कीमत की तो है हैप्पी सीडर की कीमत (price of Happy Seeder) 1.58 लाख रुपए से लेकर 2.53 लाख रुपए तक होती है। हैप्पी सीडर की कीमत उसके फीचर्स और सुविधाओं के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है।
ट्रैक्टर जंक्शन, ट्रैक्टर (Tractor) सहित कृषि यंत्रों/मशीनों की खरीद के लिए एक विश्वसनीय प्लेटफॉर्म है। किसान इसके माध्यम से अपनी पसंद का हैप्पी सीडर (Happy seeder) किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं। हैप्पी सीडर के प्रचलित लोकप्रिय मॉडल और उनकी कीमत देखने के लिए आप ट्रैक्टर जंक्शन की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सॉलिस ट्रैक्टर, महिंद्रा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
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