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ड्राई फ्रूट की खेती के बारे में

भारत में ड्राई फ्रूट की खेती

दुनियाभर में लोगों को सूखे मेवे अर्थात ड्राई फ्रूट बहुत पसंद है। ड्राई फ्रूट स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहतमंद भी है। दुनियाभर के सूखे मेवे की कई तरह के मिलते हैं। भारत में जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, तिब्बत, लाहौल में बादाम, अखरोट, खुबानी, केसर आदि की खेती की जाती है। जबकि काजू की खेती गोवा, छत्तीसगढ़, आंधप्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडू, पश्चिम बंगाल, गुजरात, असम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड में की जाती है। इसके केसर, अखरोट, खुबानी, किसमिस, सुपारी, मखाना की खेत भी की जाती है।

ड्राई फ्रूट की खेती के प्रकार

देश-दुनिया में कई तरह के ड्राई फ्रूट प्रचलित है और जलवायु के हिसाब कई देशों का ड्राईफू्रट की खेती में एकाधिकार है। जैसे बादाम में अमेरिकन बादाम का सबसे ज्यादा उत्पादन और सबसे ज्यादा खपत है। प्रमुख ड्राई फ्रूट में बादाम, काजू, पिस्ता, किसमिस, खजूर, केसर, खुबानी, अंजीर, खोपरा, अखरोट, सुपारी, मखाना, चिलगोजा आदि शामिल है।

ट्रैक्टर जंक्शन पर मेवे की खेती के बारे में अधिक जानकारी

देश के कई राज्यों का मौसम मेवे की खेती (meve ki kheti) के अनुकूल नहीं है। लेकिन कृषि वैज्ञानिक ने कई किस्में इजाद की है जिनका वैज्ञानिक विधि से उपयोग करके ड्राई फ्रूट की खेती की जा सकती है। ट्रैक्टर जंक्शन पर भारत में ड्राई फ्रूट की खेती, ड्राई फ्रूट की खेती के तरीके, सूखे मेवे का रोपण, सूखे मेवे की फसल आदि जानकारी उपलब्ध है। ऐसी ही अधिक जानकारी के लिए बने रहिए ट्रैक्टर जंक्शन के साथ।

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