प्रकाशित - 04 Mar 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
रबी फसलों की कटाई का समय आने वाला है और कई जगह इसकी कटाई का काम भी शुरू हो गया है। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से रबी फसलों जैसे- गेहूं, चना, सरसों आदि की खरीद के लिए व्यवस्था की गई है। इसमें सबसे पहले गेहूं की खरीद की जा रही है। इसी क्रम में यूपी में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर गेहूं की खरीद का काम शुरू हो गया है। किसानों को फसल विक्रय करने में परेशानी नहीं हो इसके लिए पहले से ही अधिकारियों को व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दे दिए हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में एक मार्च से एमएसपी (MSP) पर गेहूं की खरीद शुरू हो गई है और यह खरीद 15 जून 2024 तक की जाएगी। जो किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर गेहूं का विक्रय करना चाहते हैं। उनके लिए यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि गेहूं विक्रय के लिए राज्य सरकार की ओर से खरीद केंद्रों पर क्या व्यवस्था की गई है। किस रेट पर खरीद की जाएगी, गेहूं विक्रय का भुगतान किसान को कैसे किया जाएगा। गेहूं विक्रय के लिए किसान को कहां रजिस्ट्रेशन कराना होगा आदि। इन सभी बातों की जानकारी हम इस खबर में दे रहे हैं, तो आइए जानते हैं, इसके बारे में।
केंद्र सरकार की ओर से गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2024-25 (Minimum Support Price of Wheat 2024-25) के लिए 2275 रुपए निर्धारित किया गया है जो पिछले साल के मुकाबले 150 रुपए अधिक है। इस तरह इस रबी विपणन सीजन 2024 में किसानों से 2275 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद की जा रही है। इससे किसानों को इस बार प्रति क्विंटल गेहूं बेचने से 150 रुपए ज्यादा मिलेंगे। बता दें कि पिछले साल गेहूं का एमएसपी 2125 था।
राज्य में खाद्य विभाग व अन्य एजेंसियों की ओर से गेहूं की खरीद की जा रही है। इसके लिए कुल 6500 गेहूं खरीद क्रेंद्र स्थापित किए जाएंगे। राजकीय अवकाश को छोड़कर खरीद केंद्रों पर सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक गेहूं की खरीद का कार्य किया जाएगा। खाद्य एवं रसद विभाग को गेहूं की फसल के भुगतान की जिम्मेदारी सौंपी गई है। किसानों से अनुरोध किया गया है कि वे गेहूं को खरीद केंद्रों पर बिक्री के लिए लाने से पहले गेहूं को ओसाकर, मिट्टी, कंकड़, धूल आदि को साफकर अच्छी तरह से सुखाकर ही खरीद केंद्र पर लेकर आएं। इस साल बटाईदार किसानों द्वारा पंजीकरण करते हुए गेहूं की बिक्री की जा सकेगी। गेहूं खरीद के लिए किसानों का खाद्य एवं रसद विभाग के पोर्टल पर पंजीयन जारी है। इच्छुक किसान इसमें पंजीकरण करा सकते हैं।
किसानों से गेहूं की खरीद के बाद 48 घंटे के अंदर भुगतान करने के निर्देश सरकार की ओर से अधिकारियों को दिए गए हैं। ऐसे में खाद्य व रसद विभाग गेहूं के मूल्य का भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से सीधे किसान के खाते में करेंगे। इसके लिए किसान का खाता आधार से लिंक होना जरूरी है। ऐसे में जो किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर अपनी फसल बेचना चाहते हैं उन्हें अपने बैंक खाते को आधार से लिंक करा लेना चाहिए ताकि गेहूं का भुगतान प्राप्त करने में उन्हें परेशानी नहीं आए।
यदि आप भी यूपी के किसान है और एमएसपी (MSP) पर गेहूं की फसल बेचना चाहते हैं तो आप इसके लिए पंजीयन कर सकते हैं। इसके लिए पंजीयन खाद्य व रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in पर या विभाग के मोबाइल ऐप 'UP KISAN MITRA' पर पंजीकरण व नवीनीकरण करवा सकते हैं। बिना पंजीकरण कराए किसानों से एमएसपी पर फसल की खरीद नहीं की जाएगी।
यदि आपको न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल बेचने में कोई परेशानी आ रही है तो आप किसी भी समस्या के समाधान के लिए जिला खाद्य विपणन अधिकारी या तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक के विपणन अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप खाद्य व रसद विभाग के टोल फ्री नंबर 18001800150 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
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