Published - 10 Mar 2022 by Tractor Junction
देश भर में रबी फसल की कटाई का काम जोर शोर से चल रहा है। किसान मंडियों में फसल बेचने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में राजस्थान सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद तिथि का ऐलान कर दिया है। जानकारी के अनुसार राजस्थान में गेहूं की खरीद 15 मार्च से शुरू की जाएगी। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको राजस्थान में गेहूं खरीदी को लेकर मंडी में राज्य सरकार की ओर से क्या-क्या इंतजाम किए गए है उनकी जानकारी दे रहे हैं।
मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि प्रदेश में रबी विपणन वर्ष (आरएमएस) 2022-23 के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद कोटा संभाग में 15 मार्च से और शेष जिलों में 1 अप्रैल से 10 जून तक की जाएगी।
राजस्थान में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए कुल 389 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। क्रय केंद्रों की सूची खाद्य विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इसी के साथ राज्य सरकार ने जिला कलेक्टर व क्रय एजेंसियों के लिए जारी किए दिशा निर्देश भी जारी कर दिए है। सरकार की ओर से जारी किए गए दिशा-निर्देशों में राजस्थान सरकार ने जिला कलेक्टर व क्रय एजेंसियों को गेहूं के समर्थन मूल्य पर उपार्जन, क्रय केंद्र, बारदाना, भंडारण, किसान की पहचान एवं भूमि अभिलेखों के सत्यापन, खरीद व उठाव के समय तौल कांटों की व्यवस्था, जल निकास, लघु निर्माण के कार्य सहित कानून एवं यातायात व्यवस्था संबंधी दिशा निर्देश जारी किए हैं। साथ ही भारत सरकार द्वारा जारी गुणवत्ता मापदंडों का पूर्ण प्रचार-प्रसार सरपंच व ग्राम स्तर तक करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश की अनाज मंडियों में सरकार की ओर से गेहूं खरीदी में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए इंतजाम किए गए है और इसके लिए निर्देश दिए गए हैं, जो इस प्रकार से हैं-
राजस्थान सरकार किसानों से गेहूं की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करेगी। यह न्यूनतम समर्थन मूल्य केंद्र सरकार के द्वारा जारी किया जाता है जो सभी राज्यों में समान रूप से लागूू होता है। वर्ष 2022-23 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल था। इस तरह इस वित्तीय वर्ष गेहूं का एमएसपी पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 40 रुपए अधिक है। इससे किसानों को अब पहले की तुलना में इस बार प्रति क्विंटल 40 रुपए अधिक गेहूं का मूल्य प्राप्त होगा।
एमएसपी पर खरीद सिर्फ पंजीकृत किसानों से ही की जाएगी। इसलिए राज्य के किसानों को एमएसपी पर गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण यानि रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है। पिछले वर्ष का पंजीयन इस साल मान्य नहीं होगा। किसान अपनी फसलों का ऑनलाइन और ऑफ लाइन, दोनों तरीकों से पंजीयन (रजिस्ट्रेशन) करा सकते हैं। एफसीआई के खरीद केंद्रों के लिए किसान अपना पंजीकरण किसी भी ई-मित्र केंद्र से करवा सकेंगे। किसान पंजीयन के लिए बैंक पासबुक, आधार कार्ड, गिरदावरी सक्षम स्तर से जारी प्रमाण-पत्र की आवश्यकता होगी।
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