प्रकाशित - 24 Nov 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
आलू की खेती से किसान भाई काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। वैसे तो आलू रबी की फसल के अंतर्गत आता है, लेकिन इसकी खेती 12 महीने की जा सकती है। इसकी बाजार मांग भी अन्य सब्जियाें की तुलना में अधिक रहती है। यदि अच्छी किस्म के आलू हो तो उनकी बाजार में अच्छी कीमत मिल जाती है। इसलिए आलू की बुवाई करते समय किसान आलू की किस्मों के चुनाव पर विशेष जोर दें। कई बार देखा गया है कि खराब किस्म की बुवाई करने पर किसान को नुकसान उठाना पड़ता है और बाजार में भी फसल औने- पौने दाम में बेचनी पड़ती है। इस समस्या से बचने के लिए किसानों को आलू की ऐसी किस्मों का चयन करना चाहिए जिनसे बेहतर उत्पादन मिल सकें। हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से किसान भाइयों को समय-समय पर खेती-किसानी से जुड़ी लाभकारी जानकारियां देते रहते हैं ताकि उन्हें बेहतर मुनाफा मिल सकें। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में किसान भाइयों को आलू की बंपर पैदावार देने वाली टॉप 5 किस्मों की जानकारी दे रहे हैं। तो बने रहिये ट्रैक्टर जंक्शन के साथ।
आलू वैज्ञानिकों के मुताबिक कुफरी गंगा सबसे कम समय में तैयार होने वाली प्रजाति है। साथ ही इसका उत्पादन भी अच्छा है। ये किस्म 75 दिन में तैयार हो जाती है। इस किस्म से किसान 250 से 300 क्विंटल प्रति हैक्टेयर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। इस किस्म की रोग प्रतिरोधी क्षमता भी काफी अच्छी है। यह किस्म होपर एवं माइट रोग के प्रति प्रतिरोधी है। इस आलू का कंद सफेद और क्रीम होता है। आकार अंडाकार होता है। ये आलू की अगेती फलस के लिए उपयुक्त है। इस किस्म की खेती के लिए उत्तर भारत के मैदानी इलाके काफी उपयुक्त हैं।
कुफरी नीलकंठ उत्तर भारतीय मैदानों के लिए जारी की गई है। आलू की यह किस्म एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त हाेती है जो हमारे शरीर की राेग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं। इस प्रजाति का आलू संकर कंद उत्कृष्ट स्वाद के साथ गहरे बैंगनी काले रंग लिए होते हैं। मलाईदार गूदा, बेहतर भंडारण स्थायित्व (कटाई पश्चात जीवनकाल), मध्यम शुष्कता (18%) और मध्यम सुप्तता के साथ-साथ आकार में अंडाकार होते हैं। यह पकाने में आसान होता है। आलू की इस किस्म से 350-400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार प्राप्त की जा सकती है। यह किस्म पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के मैदानी इलाकों, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और इसी तरह के कृषि पारिस्थितिकी राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है।
इस किस्म के कंद सुन्दर सफेद, अंडाकार, उथली आंखें व गूदा सफेद होता है। यह मध्यम अवधि वाली किस्म है। यह फसल 90 से 100 दिनों में तैयार हो जाती है। इस किस्म से 350 से 400 क्विंटल प्रति हैक्टर तक पैदावार प्राप्त की जा सकती है। इस किस्म में शुष्क पदार्थ की मात्रा 15-18 प्रतिशत होती है और इसकी भंडारण क्षमता अच्छी है। इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस किस्म पर पाले का प्रभाव नही पड़ता है। यह किस्म पिछेता झुलसा रोग के प्रति मध्यम प्रतिरोधकता है। यह किस्म मैदानी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है।
आलू की इस किस्म के कंद हल्के पीले आकर्षक, अंडाकार, सतही आंखों वाले तथा गूदा हल्का पीला होता है। यह मध्यम अवधि वाली किस्म है। फसल 80 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है। किसान आलू की इस किस्म से 300 से 350 क्विंटल प्रति हैक्टर तक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। यह किस्म झुलसा रोग प्रतिरोधी है। इस किस्म में शुष्क पदार्थ की मात्रा 18-19 प्रतिशत होती है व इसकी भंडारण क्षमता अच्छी है। इस किस्म की खेती भारत के उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार राज्य में की जाती है। इस किस्म की सबस बड़ी खासियत यह है कि इस किस्म का लम्बे समय तक भंडारण कर सकते हैं।
आलू की इस किस्म के कंद हल्के लाल, गोल, मध्यम-गहरी आंखों वाले तथा गूदा हल्का पीला होता है। यह मध्यम अवधि वाली किस्म है। इसकी फसल 100 से 110 दिनों में तैयार हो जाती है। किसान भाई इस किस्म से करीब 365 से 380 क्विंटल प्रति हैक्टेयर तक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। यह किस्म झुलसा रोग की प्रतिरोधी है व इसकी भंडारण क्षमता अच्छी है। यह किस्म अगेती अंगमारी हेतु प्रतिरोधी किस्म है।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों प्रीत ट्रैक्टर, वीएसटी ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।