Published - 12 Feb 2022 by Tractor Junction
सरकार किसानों से हर रबी और खरीफ फसल सीजन में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद करती है। इस बार भी रबी फसल सीजन में किसानों से उपज खरीदने जा रही है। ये खरीद अलग-अलग राज्यों में किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग समय पर शुरू की जाती है। अभी फिलहाल इस बारे में दो राज्यों ने रबी सीजन के लिए किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करने का ऐलान किया है। ये राज्य हरियाणा और मध्यप्रदेश हैं। इन राज्यों में रबी फसलों की खरीद 31 मार्च से शुरू की जाएगी। रबी फसलों के तहत चना, सरसों और सूरजमुखी की खरीद किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगी। इसके लिए अलग-अलग तिथियां तय की गई हैं। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको दो राज्यों में मार्च माह में होने वाली न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जानकारी दे रहे हैं।
जैसा कि हमने बताया कि हरियाणा और मध्यप्रदेश में किसानों से मार्च माह में फसलों की खरीद की जानी है। इस देखते हुए हरियाणा और मध्यप्रदेश राज्य में पंजीयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें हरियाणा के किसान 15 फरवरी तक मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। वहीं मध्यप्रदेश के किसान 5 मार्च तक ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन करा सकते हैं।
हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आगामी खरीद सीजन 2022-23 के दौरान फसल खरीद व्यवस्था को लेकर अधिकारियों निर्देश दिए हैं। इसमें खरीद केंद्रों की पहचान करने, समय पर खरीद शुरू करने व भंडारण आदि व्यवस्थाओं का किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। संजीव कौशल मूल्य समर्थन योजना के अंतर्गत आगामी रबी खरीद सीजन 2022-23 में चना, सरसों और सूरजमुखी की फसलों की खरीद हेतु किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा बैठक कर रहे थे।
• हरियाणा में सरसों की खरीद 28 मार्च से शुरू होगी।
• चने की खरीद एक अप्रैल से शुरू की जाएगी।
• वहीं सूरजमुखी की खरीद एक जून से शुरू होगी।
केंद्र सरकार की ओर से हर वित्तीय वर्ष रबी और खरीफ फसलों की खरीद से पहले समर्थन मूल्य घोषित किए जाते हैं। इस बार भी केंद्र सरकार ने 6 रबी फसलों की खरीद केे लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया है। उसी भाव पर पूरे देश में रबी फसलों की खरीद की जाएगी। वित्तीय वर्ष 22-23 के लिए केंद्र सरकार की ओर से घोषित किया गया रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य इस प्रकार से है-
• गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल है।
• मसूर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5500 रुपए प्रति क्विंटल है।
• जौ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1635 रुपए प्रति क्विंटल है।
• चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5230 रुपए प्रति क्विंटल है।
• सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5050 रुपए प्रति क्विंटल है।
• सूरजमुखी का 6015 का न्यूनतम समर्थन मूल्य रुपए प्रति क्विंटल है।
राज्य में इन फसलों का उत्पादन वर्ष 2020-21 के दौरान 15.98 लाख एकड़ भूमि पर 13.13 लाख मीट्रिक टन सरसों का उत्पादन हुआ, जबकि वर्ष 2021-22 के दौरान 18.67 लाख एकड़ भूमि पर 14.82 लाख मीट्रिक टन सरसों के उत्पादन की संभावना है। इसी प्रकार, वर्ष 2020-21 के दौरान 88 हजार एकड़ भूमि पर 36 हजार मीट्रिक टन चने के उत्पादन हुआ, जबकि वर्ष 2021-22 के दौरान 89 हजार एकड़ भूमि पर 40 हजार मीट्रिक टन चने के उत्पादन होने की संभावना है। इसके अलावा, वर्ष 2020-21 के दौरान 30 हजार एकड़ भूमि पर 25 हजार मीट्रिक टन सुरजमुखी का उत्पादन हुआ, जबकि वर्ष 2021-22 के दौरान 37 हजार एकड़ भूमि पर 30 हजार मीट्रिक टन सुरजमुखी के उत्पादन की संभावना है।
हरियाणा सरकार ने किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल उत्पाद बेचने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल को शुरू किया है। जहां से किसान ऑनलाइन पंजीयन 15 फरवरी तक करा सकते हैं। किसान पंजीयन के लिए पोर्टल की https://fasal.haryana.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। बता दें कि किसानों को फसल समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए पंजीयन करना जरूरी है। बिना रजिस्ट्रेशन के किसान एमएसपी पर फसल नहीं बेच पाएंगे। पंजीकरण के बाद फसल का वेरिफिकेशन कृषि विभाग द्वारा किया जाएगा।
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, मसूर और सरसों खरीदने के लिए पंजीयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। सभी किसानों को समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। पिछले वर्ष का पंजीयन इस वर्ष मान्य नहीं होगा। इसलिए राज्य के किसान जल्द फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराएं ताकि एमएसपी पर अपनी उपज बेच सकें। राज्य के किसान फसलों का ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरीकों से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
ऑफलाइन पंजीकरण के लिए किसान प्राथमिक कृषि सहकारी संस्थाओं, एफपीओ और महिला स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित केंद्रों पर जाकर पंजीयन करा सकते हैं। इनके अलावा सहकारी समिति/एसएचजी/एफपीओ/एफपीसी द्वारा संचालित पंजीयन केंद्र, तहसील कार्यालय और जनपद कार्यालय, ग्राम पंचायत में स्थित सुविधा केंद्र पर जाकर स्वयं के मोबाइल या कंप्यूटर से फसलों का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
किसान अपनी फसल का पंजीकरण एमपी किसान एप पर कर सकते हैं। इसके अलावा किसान ऑनलाइन http://mpeuparjan.nic.in/mpeuparjan/Home.aspx लिंक पर जाकर भी अपना पंजीयन कर सकते हैं।
अपनी फसल का पंजीकरण कराने के लिए किसान समग्र आई डी नम्बर, ऋण पुस्तिका, आधार नम्बर, बैंक खाता नंबर, बैंक का आईएफएससी कोड और मोबाइल नम्बर की सही जानकारी देनी होगी। वनाधिकार पट्टाधारी एवं सिकमी किसानों को पंजीयन के लिए वनपट्टा तथा सिकमी अनुबंध की प्रति पेश करनी होगी।
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