प्रकाशित - 16 Sep 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य मिल सके और बाजार में आई गिरावट से होने वाले नुकसान से उन्हें बचाया जा सके। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर फसलों की खरीद की जाती है। इस योजना के तहत हर साल फसलों की बुवाई से पहले केंद्र सरकार किसानों के लिए रबी व खरीफ विपणन सीजन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जारी करती है और इसी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ही किसानों से फसलों की खरीद की जाती है। इस साल खरीफ सीजन के लिए एमएसपी (MSP) की घोषणा सरकार ने कर दी हे। ऐसे में राज्य के किसानों से 23 सितंबर 2024 से धान की खरीद शुरू की जाएगी। जिन किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है उन किसानों से ही धान की खरीद की जाएगी। प्रदेश में एमएसपी पर धान खरीदी का काम 15 नवंबर 2024 तक जारी रहेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत केंद्रीय और राज्य पूल के लिए 60 लाख मीट्रिक टन धान और 3.83 लाख मीट्रिक टन बाजरे की खरीद की जाएगी। इसे देखते हुए हरियाणा सरकार की ओर से धान खरीद के लिए तैयारी पूरी कर ली गई। इसके लिए प्रदेश में 241 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इस साल राज्य में 84 लाख टन धान उत्पादन का अनुमान लगाया गया है, ऐसे में धान की बंपर खरीद की उम्मीद है। किसानों को समय पर धान खरीद का भुगतान किया जाए इसका भी ध्यान रखा गया है। धान खरीद की भुगतान राशि सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इसके अलावा राज्य सरकार ने खरीफ फसलों के लिए मंडियों में बारदाने और भंडारण की पर्याप्त व्यवस्था की है। सभी खरीद केंद्रों पर हेल्प डेस्क, शेड, पेयजल व शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। मंडियों में सीसीटीवी कैमरे और इलेक्ट्रॉनिक वे ब्रिज लगाने के आदेश भी दिए गए हैं।
इस साल प्रदेश में धान की बुवाई 14.63 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में की गई है। जबकि बाजरे की बुवाई 4.44 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में की गई है जिसका 10.78 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होने का अनुमान है। मक्का की बुवाई 0.07 लाख हैक्टेयर में की गई है, जिसका 0.23 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होने का अनुमान है। इस तरह धान के अलावा किसानों से बाजरा, मक्का व मूंग की खरीद भी एमएसपी (MSP) पर की जाएगी।
श्री अन्न व दलहन की खेती को बढ़ावा दिए जाने से प्रदेश में बाजरा, मक्का व मूंग का भी बेहतर उत्पादन होने का अनुमान है। ऐसे में राज्य सरकार इन फसलों की भी एमएसपी पर खरीद करेगी। इसमें बाजरा और मूंग की खरीद एक अक्टूबर से 15 नवंबर तक की जाएगी। बाजरा के लिए 91 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इस साल प्रदेश में बाजरा की बुवाई 4.44 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में की गई है और इसका 10.78 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होने का अनुमान है। मूंग की खरीद के लिए 38 खरीद केंद्र खोले गए हैं। इसके अलावा मक्का की खरीद 20 सितंबर से शुरू होगी जो 15 नवंबर तक चलेगी। मक्का की बुवाई 0.07 लाख हैक्टेयर में की गई है जिससे 0.23 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होने का अनुमान है। मक्का की खरीद के लिए 19 खरीद केंद्र खोले गए हैं।
केंद्र सरकार की ओर से प्रत्येक रबी और खरीफ सीजन में बुवाई से पूर्व उनका न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) घोषित किया जाता है। इसमें रबी की 6 और खरीफ की 14 फसलों का एमएसपी घोषित किया जाता है। इस खरीफ सीजन के लिए धान सहित अन्य फसलों का एमएसपी इस प्रकार है-
यदि प्रदेश के किसानों को एमएसपी पर फसल के विक्रय से संबंधित कोई समस्या आ रही है तो उसके समाधान के लिए हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड, पंचकूला के कार्यालय में हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। यहां किसान संपर्क करके अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
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