न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद : गेहूं उपार्जन प्रक्रिया को बनाया सरल

Share Product Published - 03 Mar 2022 by Tractor Junction

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद : गेहूं उपार्जन प्रक्रिया को बनाया सरल

एसएमएस की अनिवार्यता को समाप्त, अब किसान घर बैठे करा सकेंगे पंजीयन

देश में अधिकतर राज्यों में किसानों से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए तैयारियां की जा रही हैं। मध्यप्रदेश में भी एमएसपी पर किसानों से गेहूं की खरीद की जानी है। इसे लेकर मध्यप्रदेश ई-उपार्जन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की गई हैं। इस प्रक्रिया को पहले से और अधिक सरल बना दिया गया है। अब फसल बेचने के लिए किसानों को एसएमएस की अनिवार्यता नहीं होगी। इसे समाप्त कर दिया है। इतना ही नहीं अब किसान कंप्यूटर या मोबाइल से भी घर बैठे फसल बेचने के लिए पंंजीयन करा सकेंगे। इस संबंध में प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण फैज अहमद किदवई ने मीडिया को बताया कि रबी विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर गेहूं  उपार्जन की प्रक्रिया को और अधिक सरल किया गया है। अभी तक किसानों को स्वयं पंजीयन के लिए आना पड़ता था। नई नीति में किसान स्वयं के मोबाइल अथवा कम्प्यूटर से एवं कियोस्क पर शुल्क देकर पंजीयन करा सकेंगे। 

निशुल्क और सशुल्क पंजीयन कराने की गई है व्यवस्था

किदवई ने बताया कि उपार्जन के लिए पंजीयन की नि:शुल्क एवं सशुल्क दोनों ही व्यवस्था रखी गई है। नि:शुल्क व्यवस्था में किसान स्वयं के मोबाइल से निर्धारित लिंक पर, ग्राम एवं जनपद पंचायत, तहसील एवं सहकारी समिति के सुविधा केंद्रों पर जाकर नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। ऐसे किसान जो स्वयं पंजीयन नहीं करा सकते, वे कियोस्क के माध्यम से अधिकतम शुल्क 50 रुपए देकर एमपी ऑन लाइन या कॉमन सर्विस सेंटर, लोकसेवा केंद्र अथवा निजी साइबर कैफे के माध्यम से अपना पंजीयन करा सकेंगे। वहीं सिकमी एवं बटाईदार एवं वन पट्टाधारी किसान केवल सहकारी समिति स्तर पर स्थित पंजीयन केंद्रों पर ही पंजीयन करा सकेंगे। इस व्यवस्था से अब उन्हें लंबी लाइनों में इंतजार नहीं करना होगा।

एसएमएस प्राप्ति की अनिवार्यता हुई समाप्त (Buy at Minimum Support Price)

उपार्जन केंद्र पर जाकर फसल बेचने के लिए एसएमएस की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। अभी तक किसान एसएमएस पर प्राप्ति तिथि पर ही अपनी फसल उपार्जन केंद्र पर बेच सकता था। लेकिन अब व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। परिवर्तित व्यवस्था में निर्धारित पोर्टल से नजदीक के उपार्जन केंद्र, तिथि और समय स्लॉट का स्वयं चयन कर सकेंगे। फसल बेचने के लिए उपार्जन केंद्र तिथि एवं समय स्लॉट का चयन किसान सात मार्च से 20 मार्च तक कर सकते हैं। स्लॉट का चयन खरीद शुरू होने की तारीख से एक सप्ताह पहले तक किया जा सकेगा।

आधार लिंक खाते में होगा फसल खरीद का भुगतान

नवीन व्यवस्था में किसानों को उपार्जित फसल का भुगतान अब उनके आधार नंबर से लिंक खाते में सीधे किया जाएगा। इससे बैंक खाता नंबर और आईएफएससी कोड की प्रविष्टि में त्रुटि से भुगतान में होने वाली परेशानी समाप्त हो जाएगी। किसान को अपने आधार नंबर से बैंक खाता और मोबाइल नंबर को लिंक कराकर उसे अपडेट रखना होगा। किसान आधार पंजीयन केंद्र पर मोबाइल नंबर की प्रविष्टि करा सकते हैं।

आधार नंबर का वेरिफिकेशन होगा अनिवार्य

पंजीयन कराने और फसल बेचने के लिए आधार नंबर का वेरिफिकेशन अनिवार्य किया गया है। वेरीफिकेशन आधार नंबर से लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी या बोयामेट्रिक डिवाइस से किया जा सकेगा। पंजीयन के लिए अनिवार्य होगा कि भू-अभिलेख में दर्ज खाते एवं खसरे में दर्ज नाम का मिलान आधार कार्ड में दर्ज नाम से होगा।

ऐसे करें घर बैठे फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन

•    सबसे पहले आप एमपी ई उपार्जन पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट http://mpeuparjan.nic.in/WPMS2022/frm_Rabi_FarmerDetails.aspx पर जाएं।
•    इसके बाद पर होम पेज पर मौजूद रबी 2022-23 के लिंक पर क्लिक करें। 
•    इसके बाद किसान पंजीयन आवेदन सर्च की लिंक खुलेगी, उस पर क्लिक करें।
•   एक पेज ओपन होगा, उसमें मांगी गई जानकारी भरें और सबमिट के बटन पर क्लिक करें।
•    रजिस्टर्ड नंबर पर ओटीपी आएगा। ओटीपी डालकर सबमिट करें। किसान की रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा।
•    इसे आप डाउनलोड भी कर लें ताकि फसल बेचने के समय किसी तरह की कोई परेशानी न हो।

फसल विक्रय हेतु रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज

किसानों को गेहूं विक्रय के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराते समय कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी जो इस प्रकार से हैं-

•    किसान का आधार कार्ड
•    जमीन के कागजात
•    बैंक पासबुक का विवरण, बैंक अकाउंट से आधार कार्ड  का लिंक होना जरूरी है।
•    किसान का पंजीयन की स्थिति में होगा, जब भू-अभिलेख में दर्ज खाते खसरा आधार कार्ड का मिलान हो।

इस बार मध्यप्रदेश में कितना गेहूं खरीदने का है लक्ष्य

इस बार देश में कुल 444 लाख मीट्रिक टन गेहूं किसानों से खरीदे जाने का अनुमान जताया गया है। इसमें से मध्यप्रदेश में 129 लाख मीट्रिक टन एमएसपी पर गेहूं खरीदी का लक्ष्य तय किया गया है।

क्या है गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2022-23 (Rabi Crops MSP 2022-23)

केंद्र सरकार की ओर से हर फसल वित्तीय सीजन के लिए रबी और खरीब के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की जाती है। इस बार केंद्र सरकार ने रबी की फसल विक्रय सीजन 2022-23 के लिए गेहूं के समर्थन मूल्य में 40 रुपए की बढ़ोतरी की है। जिससे अब गेहूं का समर्थन मूल्य गेहूं की एमएसपी 2015 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। बता दें कि पिछले वर्ष गेहूं का एमएसपी 1975 रुपए प्रति क्विंटल था।

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