Published - 01 Jun 2022
किसानों से रबी विपणन वर्ष 2022 में गेहूं की खरीद का कार्य पूरा हो चुका है। मध्यप्रदेश में भी किसानों से 31 मई 2022 तक गेहूं की खरीद की गई है। राज्य सरकार की ओर से गेहूं खरीदी का भुगतान किसानों के खातों में किया जा रहा है। लेकिन इनमें से कई किसान ऐसे भी है जिनके खाते में गेहूं बिक्री का भुगतान अभी तक नहीं पहुंचा है तो बता दें कि किसानों को इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। आप अपने मोबाइल नंबर की सहायता से भुगतान की स्थिति का पता लगा सकते हैं कि किस कारण आपका भुगतान आपके खाते में नहीं पहुंच पाया है। किसानों की इस परेशानी जिसको देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों को भुगतान संबंधित जानकारी के लिए पोर्टल पर सुविधा प्रदान करने की व्यवस्था की है। साथ ही यदि किसानों के बैंक खाते में किसी तरह की गलती है या बैंक खाता बंद हो गया है उसके सुधार का मौका भी किसानों को दिया गया है|
मध्य प्रदेश सरकार की ओर से यहां के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद गेहूं की खरीद की गई। गेहूं खरीदी के बाद पैसे का भुगतान 2 दिनों में कर दिया जाता है। इसके बावजूद भी यदि किसी किसान को भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है तो वह अपने मोबाइल नंबर से भुगतान संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए किसान स्वयं e-uparjan mp पोर्टल पर रबी 2022-23 पर किसान की जानकारी के विकल्प पर अपना मोबाइल नंबर डालकर भुगतान की स्थिति देख सकते हैं। इसके अलावा किसान JIT Portal पोर्टल पर किसान अपना पंजीयन कोड दर्ज कर राशि के भुगतान के सफल या असफल होने की स्थिति और किन कारणों से भुगतान असफल हुआ है, की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। भुगतान असफल होने की स्थिति में मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से अवगत भी कराया जाता है।
मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिव खाद्य फैज अहमद किदवई ने बताया कि भुगतान प्रक्रिया को सहज और सरल बनाने के उद्देश्य से समर्थन मूल्य पर गेहूं का बेचने वाले ऐसे किसान, जिनका बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है या खाता बंद है। जनधन खाते में लिमिट निहित है या खातेदार की मृत्यु होने आदि कारणों से भुगतान लंबित है, यदि ऐसा है तो अपना बैंक खाता उपार्जन केंद्र, जिला सहकारी एवं केंद्रीय बैंक और जिला खाद्य कार्यालय में पोर्टल पर एंट्री करवाएं, जिससे किसानों के बैंक खाते में राशि का भुगतान किया जा सके।
मध्य प्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर 5 लाख 72 हजार 154 किसानों से 44 लाख 45 हजार 937 मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया गया है। इसमें से एमएसपी पर गेहूं का विक्रय करने वाले 4 लाख 41 हजार 125 किसानों को 6 हजार 787 करोड़ रुपए का भुगतान उनके बैंक खाते में ऑनलाइन किया जा चुका है। शेष किसानों के भुगतान की कार्यवाही की जा रही है। उन्हें भी शीघ्र भुगतान कर दिया जाएगा।
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