प्रकाशित - 08 Feb 2023
केंद्र सरकार की ओर से आम बजट 2023 पेश किया गया जिसमें कृषि सेक्टर के लिए कई लाभकारी घोषणाएं की गईं जिसका लाभ किसानों को आने वाले समय में मिलेगा। इसी तरह राज्य सरकार भी अपना घरेलू बजट अलग से पेश करती हैं। अभी पिछले दिनों ही केरल सरकार की ओर से राज्य का बजट पेश किया गया। इसमें किसानों के लिए कई लाभकारी घोषणा की गईं हैं। खास बात ये हैं कि इस बजट में कृषि सेक्टर के विकास के लिए 971.71 करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इससे राज्य के किसानों को लाभ होगा। कृषि क्षेत्र के लिए की गई घोषणा में राज्य सरकार ने नारियल का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है। इससे अब राज्य के किसानों को एमएसपी पर नारियल बेचने पर पहले से ज्यादा लाभ होगा।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको केरल सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट मेें नारियल के एमएसपी में हुई बढ़ोतरी पर चर्चा करते हुए राज्य सरकार की ओर से बजट में कृषि सेक्टर के लिए की गई महत्वपूर्ण घोषणा के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
राज्य सरकार ने अपने बजट में राज्य के नारियल किसानों का ध्यान रखा है। सरकार ने नारियल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 2 रुपए प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की है। अब किसान को एक किलो नारियल बेचने पर 34 रुपए मिलेंगे। इससे पहले नारियल का एमएसपी 32 रुपए प्रति किलोग्राम था। नारियल का एमएसपी बढ़ने से किसानों को अब पहले से ज्यादा लाभ होगा। इसका फायदा राज्य के लाखों किसानों काे मिलेगा।
राज्य सरकार ने अपने बजट में नारियल विकास योजनाओं पर 68.95 करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा है। इसमें नारियल बीज के उत्पादन ओर उसके वितरण के लिए 25 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। इस बजट का उपयोग नारियल का उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जाएगा।
केरल में धान की खेती भी काफी होती है। इसीलिए राज्य बजट में धान की खेती करने वाले किसानों का भी ध्यान रखा गया है। वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि चावल के विकास के लिए चालू खर्च 76 करोड़ रुपए था जिसे बढ़ाकर 95.10 करोड़ रूपए कर दिया गया है। इसके अलावा फसल की देखभाल के लिए 732.46 करोड़ का बजट रखा गया है।
केरल सरकार की ओर से बजट में अन्य कृषि योजनाओं पर भी ध्यान दिया गया है। इसके लिए कृषि क्षेत्र की अलग-अलग योजनाओं के लिए अलग-अलग बजट रखा गया है, जो इस प्रकार से है-
केरल में धान, नारियल, दाल की विभिन्न किस्में, रबड़ सुपारी, इलायची, कॉफी, चाय, काजू, टप्योका, कालीमिर्च, अदरक, कोको, लौंग, जायफल आदि का उत्पादन किया जाता है। इसके अलावा यहां पर आलू, प्याज आदि उत्तर भारतीय फसलों की खेती भी की जाती है।
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