प्रकाशित - 12 Jun 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
केंद्र सरकार की ओर से किसानों काे दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसके तहत सरकार अरहर की खेती (Pigeon pea cultivation) करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। उन्हें दलहन के बीज सहित उर्वरक व कीटनाशक सहित कई तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं ताकि देश में दालों का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिले और देश को बाहर से दालों का आयात नहीं करना पड़े। इतना ही नहीं सरकार ने अब तूअर यानी अरहर दाल (Pigeon Pea) की भी एमएसपी पर खरीद करने की घोषणा कर दी है वो भी 100 प्रतिशत।
बता दें कि पहले केंद्र सरकार ने एमएसपी पर केवल 25 प्रतिशत अरहर की खरीद का लक्ष्य तय किया था लेकिन अब केंद्र सरकार किसानों से 100 प्रतिशत तक तूअर (अरहर की दाल) खरीद करेगी। सरकार के इस फैसले से किसानों को लाभ होगा और उनका रूझान तूअर दाल की खेती की ओर से होगा।
केंद्र सरकार का लक्ष्य 2027 तक भारत को दलहन के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है ताकि देश के बाहर से दाल का आयात नहीं करना पड़े। अभी दाल की बढ़ती घरेलू मांग को पूरा करने के लिए बाहर से दाल का आयात करना पड़ रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2014 में जहां हमारे देश में दालों का उत्पादन 171 लाख टन था, वहीं 2024 में 60 प्रतिशत बढ़कर 270 लाख टन हो गया है। लेकिन अभी भी खपत अधिक होने के कारण बाहर से दालों का आयात करना पड़ रहा है। ऐसे में सरकार दाल आयात को कम करने के लिए देश में ही दालों के उत्पादन को बढ़ावा दे रही है जिससे देश को दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
केंद्र सरकार की ओर से किसानों को इस खरीफ सीजन के लिए अरहर और मूंग की दाल की बुवाई के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए किसानों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के तहत अनुदान का लाभ प्रदान किया जाता है। यह योजना देश के 28 राज्यों के करीब 638 जिलों व दो केंद्र शासित प्रदेशों के 28 जिलों में संचालित है।
हाल ही में दिए गए निर्देशों के मुताबिक केंद्र सरकार ने किसानों से अरहर की शत-प्रतिशत यानी 100 प्रतिशत खरीद एमएसपी (MSP) पर करने का वादा किया है। सरकार किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अरहर की खरीद करेगी जो पिछले साल के मुकाबले इस बार 400 रुपए अधिक है। ऐसे में किसानों को इस बार अरहर बेचने में पिछले साल के मुकाबले 400 रुपए प्रति क्विंटल अधिक मिलेंगे। बता दें कि अरहर दाल का एमएसपी रेट 2023-24 के लिए 7000 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। जबकि 2022-23 सीजन में अरहर का एमएसपी रेट 6600 रुपए प्रति क्विंटल था।
एमएसपी रेट पर अरहर बेचने के लिए किसानों को कहां करना होगा रजिस्ट्रेशन-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार ने किसानों से कहा है कि वह अपनी अरहर की उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर बेचने के लिए ई-समृद्धि पोर्टल (https://esamridhi.in/) पर रजिस्ट्रेशन कराएं। किसानों से अरहर की खरीद नेफेड व एनसीसीएफ के माध्यम से की जाएगी। किसान को फसल भुगतान सीधे उनके बैंक अकाउंट में किया जाएगा। किसान ई-समृद्धि पोर्टल पर अरहर दाल हीं नहीं, मक्का सहित कई अन्य फसलों को भी एमएसपी रेट पर बेच सकते हैं।
कमोडिटी ऑनलाइन भाव के मुताबिक वर्तमान बाजार दरों के अनुसार अरहर दाल का औसत भाव 14341.22 रुपए प्रति क्विंटल है। सबसे कम बाजार भाव 12,200 रुपए प्रति क्विंटल है। सबसे उच्च बाजार भाव 17,000 रुपए प्रति क्विंटल है।
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