प्रकाशित - 02 Nov 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
रबी फसलों की बुवाई का समय शुरू हो गया है। अधिकांश किसान गेहूं की खेती करेंगे। लेकिन इस बार किसानों के पास गेहूं की बजाए गेहूं के बीज की खेती का ऑप्शन है। अगर किसान गेहूं के बीज की खेती का विकल्प चुनते हैं तो उन्हें सरकार की ओर से भी कई तरह की सहायता मिलेगी। साथ ही गेहूं का बीज एमएसपी से 30 प्रतिशत ज्यादा कीमत पर बिकेगा। सरकार की यह योजना दो तरह से किसानों को फायदा पहुंचाएगी। पहला किसानों को गेहूं के बीज की खेती पर ज्यादा मुनाफा मिलेगा और दूसरा यह कि उन्हें अगले सीजन में स्थानीय जलवायु के अनुकूल गेहूं के बीज लोकल बाजार में उपलब्ध हो सकेंगे। जिससे उनके पैसे और समय दोनों की बचत होगी। फिलहाल, किसान दूसरे राज्यों से महंगे दामों पर गेहूं के बीज मंगाते हैं जो सामान्यत: महंगे होते हैं। आइए, ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में सरकार की नई योजना के बारे में विस्तार से जानें।
गेहूं के प्रमाणित बीज उत्पादन के लिए बिहार के 21 जिलों को चुना गया है। 15 जिलों पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, शेखपुरा, भोजपुर, अरवल, जमुई, बांका, मुंगेर, मधुबनी, सारण एवं सीतामढ़ी में गेहूं बीज उत्पादन कार्य किसान करेंगे। वहीं, छह जिलों दरभंगा, बक्सर, नवादा, जहानाबाद, पटना एवं लखीसराय में कृषक उत्पादक संघ (एफपीओ) के माध्यम से उत्पादन कराया जाएगा। रबी सीजन 2024-25 के लिए 3.50 लाख क्विंटल बीज उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इस पहल के तहत अच्छे क्वालिटी वाले बीजों के उपयोग से फसलों की 20 प्रतिशत तक अधिक पैदावार हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
बिहार सरकार प्रमाणित बीज उत्पादन के लिए किसानों को मुफ्त में बीज उपलब्ध कराएगी। इसके लिए 14750 क्विंटल आधार बीज वितरित किए जाएंगे। 8,750 क्विंटल गेहूं का आधार बीज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद तथा कृषि विश्वविद्यालयों से मंगाया जा रहा है। वहीं, 6000 क्विंटल आधार बीज पूर्व से ही विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत मंगाया जा चुका है। अभी राज्य में 12 लाख क्विंटल गेहूं के बीज की जरूरत है। सरकार ने इस पहल से 3.5 लाख क्विंटल बीज उत्पादन का लक्ष्य रखा है। अगर योजना सफल रहती है तो अगले कुछ वर्षों में बिहार बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बन जाएगा और अन्य राज्यों को भी बीज उपलब्ध कराने लगेगा।
बिहार में प्रमाणित गेहूं के बीज को बढ़ावा देने के लिए किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी पर आधार बीज की उपलब्धता बिहार राज्य बीज निगम के माध्यम से की गई है। बिहार राज्य बीज निगम न्यूनतम प्रमाणित गेहूं बीज उगाने वाले किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से 25 से 30 प्रतिशत अधिक मूल्य पर 100 प्रतिशत बीज की खरीदारी करेगा।
बिहार कृषि विभाग की ओर से राज्य में संकर बीज उत्पादन भी इसी वर्ष से शुरू किया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रमाणित गेहूं बीज का उत्पादन बढ़ाने का निर्णय हुआ है। कृषकों के लिए चिह्नित जिलों में बीज उत्पादन हेतु प्रक्षेत्र के सहायक निदेशक (शष्य) को क्रियान्वयन एजेंसी बनाया गया है। एफपीओ से संबंधित जिलों में क्रियान्वयन एजेंसी एफपीओ हैं। वहीं कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को राय दी है कि प्रतिवर्ष आधे बीज को बदल लेना चाहिए।
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