Published - 26 Dec 2020
समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेचने के इच्छुक राजस्थान के किसानों के लिए खुशखबर है। राज्य सरकार ने किसानों की सुविधा को देखते हुए और उन्हें अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से समर्थन मूल्य पर मूंग व मूंगफली की फसल के लिए पंजीयन को 10 प्रतिशत ओर बढ़ा दिया है। इससे प्रदेश के करीब 29 हजार किसानों को फायदा होगा। वे समर्थन मूल्य पर अपनी मूंग व मूंगफली की फसल बेच सकेंगे। बता दें कि समर्थन मूल्य पर मूंग एवं मूंगफली पंजीयन खरीफ फसल की खरीदी सभी राज्यों में चल रही है। किसान अपनी उपज बेचने के लिए खरीदी केन्द्रों पर ले जा रहें हैं परन्तु कुछ किसान ऐसे भी हैं जिनका पंजीकरण अभी तक नहीं हुआ है ऐसे सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपने फसल को नहीं बेच पा रहे हैं। ऐसे किसानों के लिए यह खबर काफी राहत भरी है।
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राजस्थान सरकार ने किसानों को मूंग तथा मूंगफली फसल समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए एक बार फिर पंजीयन का मौका दे रही है। मीडिया में प्रकाशित जानकारी के अनुसार पंजीयन सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि राज्य में समर्थन मूल्य पर मूंग एवं मूंगफली की खरीद के लिए पंजीयन की सीमा को 10 प्रतिशत बढ़ाया गया है। मूंगफली के सभी 266 एवं मूंग के 365 खरीद केन्द्रों पर पंजीयन सीमा को समान रूप से बढ़ाया है। इस निर्णय से प्रदेश के 29 हजार 250 किसानों को लाभ मिलेगा। समर्थन मूल्य पर मूंग एवं मूंगफली की खरीद पंजीयन सीमा बढ़ाने से मूंग के 14 हजार 300 किसान और मूंगफली के 14 हजार 950 किसान और लाभान्वित होंगे।
समर्थन मूल्य पर चल रही खरीद से अब तक 17 हजार 221 किसानों से 213.81 करोड़ रुपए की खरीद की जा चुकी है। किसानों को 49.42 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया जा चुका है। मूंगफली की 30 हजार 638 मीट्रिक टन एवं मूंग की 7 हजार 253 मीट्रिक टन की खरीद की गई है। सहकारिता मंत्री ने बताया कि मूंग के लिए 53 हजार 828 एवं मूंगफली के लिए 77 हजार 274 किसानों ने समर्थन मूल्य पर उपज बेचान के लिए पंजीयन कराया है।
दलहन एवं तिलहन की खरीद क्रय केन्द्रों पर भारत सरकार द्वारा निर्घारित मापदंडों के अनुरूप की जा रही है। किसानों से क्रय किए गए जिन्स का भुगतान उनके खातों में ऑनलाइन हो रहा है। वर्ष 2020-21 के लिए घोषित किए गए मूंग एवं मूंगफली के समर्थन मूल्य में मूंग का समर्थन मूल्य 7196 रुपए प्रति क्विंटल तथा मूंगफली का समर्थन मूल्य 5275 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। बता दें कि इस वर्ष राजस्थान में केंद्र सरकार ने मूंग की 3.57 लाख मीट्रिक टन, उड़द 71.55 हजार, सोयाबीन 2.92 लाख तथा मूंगफली 3.74 लाख मीट्रिक टन की खरीद के लक्ष्य की स्वीकृति दी है। पंजीकरण के अभाव में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीद संभव नहीं होगी।
किसान पंजीयन कराते समय यह सुनिश्चित कर ले कि पंजीकृत मोबाइल नंबर, से जनआधार कार्ड से लिंक हो जिससे समय पर तुलाई दिनांक की सूचना मिल सके। इसके अलावा किसान प्रचलित बैंक खाता संख्या सही दे ताकि ऑनलाइन भुगतान के समय किसी प्रकार की परेशानी किसान को नहीं हो।
किसान को पंजीकरण केंद्र पर अपने साथ जनआधार कार्ड नंबर, खसरा नंबर, गिरदावरी की प्रति, बैंक पासबुक की प्रति ले जानी होगी। किसानों को यह दस्तावेज पंजीकरण फार्म के साथ अपलोड करने होंगे। जिस किसान द्वारा बिना गिरदावरी के अपना पंजीयन करवाया जाएगा, उसका पंजीयन समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए मान्य नहीं होगा। यदि ई-मित्र द्वारा गलत पंजीयन किए जाते हैं या तहसील के बाहर पंजीकरण किए जाते हैं तो ऐसे ई-मित्रों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
समर्थन मूल्य पर पंजीकरण हेतु समस्या समाधान हेतु टोल फ्री नंबर किसानों की समस्या के समाधान हेतु राजफैड स्तर पर ट्रोल फ्री हेल्पलाईन नंबर 1800-180-6001 पर सुबह 9 से 7 बजे तक किसान अपनी समस्याओं को हेल्पलाईन नंबर पर दर्ज करा सकते हैं अथवा अपनी शिकायत/समस्या को लिखित में राजफैड मुख्यालय में स्थापित काल सेंटर पर rajfed.kisansamadhan@gmail.com पर मेल भेज सकते हैं।
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