Published - 27 Apr 2020
ट्रैक्टर जंक्शन पर किसान भाइयों का एक बार फिर स्वागत है। सभी किसान भाई जानते से हैं कि कोरोना (कोविड-19) संक्रमण काल में सभी को अपने भविष्य के लिए सोचने को मजबूर कर दिया है कि कैसे आजीविका के स्थायी स्त्रोत स्थापित किए जाएंगे। साथ ही सरकार का फोकस भी वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करना है। इसके लिए तमाम योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सरकार ऐसे कार्यक्रमों पर ज्यादा जोर दे रही है, जिनसे खेती-किसानी की तरक्की के साथ-साथ नौजवानों को रोजगार के अवसर भी मुहैया हों। इसी श्रृंखला में सरकार की एक योजना है कृषि क्लिनिक और कृषि व्यवसाय केंद्र (एग्री क्लिनिक और एग्री व्यवसाय केंद्र)। आज एग्री क्लिनिक और एग्री व्यवसाय केंद्र के बारे में जानते हैं।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
केंद्र सरकार की इस योजना का उद्देश्य देश में कृषि क्लीनिक और कृषि कारोबार केंद्र (एसीएबीसी) की स्थापना को बढ़ावा देना है। सरकार ने एग्री बिजनेस को बढ़ावा देने का भी प्लान तैयार किया है। जिसके जरिए खेती से जुड़े व्यक्ति या जुडऩे का इच्छुक व्यक्ति 20 लाख रुपए तक का लोन ले सकता है। एग्री क्लिनिक और एग्री बिजनेस सेंटर योजना के माध्यम से यह राशि हासिल कर सकते हैं। इस योजना से जुडऩे वाले व्यक्ति व्यक्ति को 45 दिन ट्रेनिंग दी जाती है। इसके बाद यदि आपका प्लान योग्य पाया जाता है तो नाबार्ड यानी नेशनल बैंक फॉर एग्रिकल्चर ऐंड रूरल डिवेलपमेंट आपको ऋण देगा।
कृषि क्लिनिक : फसलों / पशुओं की उत्पादकता को बढ़ाने और किसानों की आय को बढ़ाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर किसानों को विशेषज्ञों की सलाह प्रदान करने के उद्देश्य से कृषि क्लीनिकों की परिकल्पना की गई है। कृषि क्लीनिक मृदा स्वास्थ्य, फसल पद्धति, पौधों की सुरक्षा, उपज के पश्चात तकनीकी, पशुओं के लिए उपचार सुविधाएं, खाद्य और चारा प्रबंधन विभिन्न फसलों का बाजार में मूल्य आदि सुविधाएं किसानों को उपलब्ध कराते हैं।
कृषि कारोबार केंद्र : कृषि कारोबार केंद्र, प्रशिक्षित कृषि पेशेवरों द्वारा स्थापित कृषि उद्यमों की व्यावसायिक इकाई है। ऐसे उद्यम में कृषि उपकरण किराए पर लेने और उनके रखरखाव, उद्यमिता विकास और आय सृजन के लिए फसल कटाई के पश्चात प्रबंधन और बाजार लिंकेज लिंकेज सहित कृषि और संबंधित क्षेत्रों की सेवाओं और उपकरण की बिक्री को शामिल किया जा सकता हैं।
इस योजना में प्रशिक्षण और आरंभिक सहायता के लिए संपूर्ण वित्तीय सहायता शामिल है। इस योजना में ऋण सह पश्चदाय सम्मिश्र सब्सिडी का प्रावधान है।
इसके लिए किसान भाई https://www.acabcmis.gov.in/Institute.aspx पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के समय आवेदक अपनी सुविधा के अनुसार केंद्र का चयन कर सकते हैं जिसमें आप ट्रेनिंग लेना चाहते हैं। यदि आवेदक का चयन हो जाता है तो वह प्रशिक्षण के लिए पात्र होगा और वह संस्थान से प्रशिक्षण लेकर अपना कृषि क्लनिक या कृषि व्यवसाय केंद्र खोल सकता है।
प्रशिक्षण प्राप्त उद्यमियों को कृषि क्लिनिक एवं कृषि व्यवसाय केन्द्र स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड द्वारा 20 लाख रूपये का व्यक्तिगत ऋण तथा 1 करोड़ रूपये तक समूह ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। उद्यमियों को ऋण पर परियोजना लागत का 36 से 44 प्रतिशत अनुदान भी दिया जाता है। इस ऋण पर सामान्य वर्ग के उद्यमियों को 36 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति, जनजाति तथा महिला वर्ग के उद्यमियों को 44 प्रतिशत अनुदान की पात्रता होगी।
किसान भाई अधिक जानकारी के लिए 1800-425-1556 टोल फ्री नंबर पर भी कॉल कर सकते हैं। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज ऑनलाइन आवेदन कहीं से भी किया जा सकता है। परन्तु इसके लिए किसानों को साथ में यह दस्तावेज रखने होंगे। आधार कार्ड नंबर, ई-मेल आईडी, अंतिम शैक्षणिक योग्यता, बैंक अकाउंट की जानकारी, आवेदक की फोटो।
सभी कंपनियों के ट्रैक्टरों के मॉडल, पुराने ट्रैक्टरों की री-सेल, ट्रैक्टर खरीदने के लिए लोन, कृषि के आधुनिक उपकरण एवं सरकारी योजनाओं के नवीनतम अपडेट के लिए ट्रैक्टर जंक्शन वेबसाइट से जुड़े और जागरूक किसान बने रहें।
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