प्रकाशित - 18 Jul 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार कई प्रकार की योजनाएं ला रही है। इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को लाभ हो रहा है। सरकारी प्रयास के साथ ही किसानों को खुद भी अपनी आय बढ़ाने की ओर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि किसान उन फसलों की खेती करें जिसकी बाजार मांग अधिक है और इससे ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है। फसलों से अच्छी कमाई के साथ ही कुछ पेड़ ऐसे हैं जो आपको मालामाल कर सकते हैं। इन पेड़ों को लगाने के बाद आपको लाखों रुपए की कमाई होगी। इन्हें धन बरसाने वाले पेड़ कहा जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको उन 5 पेड़ों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें लगाने पर आपको लाखों रुपए का मुनाफा होगा और आप बहुत कम समय में अमीर बन जाएंगे।
यदि आप अपने खेत में चंदन के पेड़ लगाते हैं तो आपको काफी अच्छी कमाई हो सकती है। चंदन की लकड़ी की बाजार मांग हर समय बनी रहती है और इससे इत्र भी बनाया जाता है। इसके अलावा कई उत्पादों मेें इसका फ्लेवर भी डाला जाता है। इसकी बाजार मांग को देखते हुए इसे उगाना किसानों के लिए लाभ का सौंदा साबित हो सकता है। इस पेड़ की लकडिय़ां काफी महंगी बिकती है। यदि इसके बाजार भाव पर नजर डाले तो इसकी इसकी एक किलो लकड़ी की कीमत 27 हजार रुपए के आसपास है। इस हिसाब से देखा जाए तो किसान इससे काफी मोटा पैसा कमा सकते हैं। अब बात करें इसके उत्पादन की तो एक चंदन के पेड़ से करीब 15 से 20 किलो लकड़ी प्राप्त की जा सकती है। इसे बेचकर आप आप लाखों की कमाई कर सकते हैं।
सागवान की लकड़ी भी काफी महंगी बिकती है। किसान इस मानसून सीजन में सागवान का पेड़ लगाकर उससे काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। सागवान की एक एकड़ में खेती से एक करोड़ रुपए की कमाई की जा सकती है। सागवान महंगी लकड़ियों में से एक है। इससे फर्नीचर और प्लाइड तैयार किया जाता है। ये लंबे समय तक टिकाऊ होने के कारण इसकी बाजार मांग काफी है। सबसे बड़ी खास बात ये हैं कि इसकी खेती में जोखिम बहुत कम है और मुनाफा अच्छा है। अब बात करें इस पेड़ से कमाई की तो बाजार में 12 साल के सागवान के पेड़ की कीमत 25 से 30 हजार रुपये तक है और समय के साथ इसकी कीमत में बढ़ोतरी की संभावना बनी रहती है। ऐसे में एक एकड़ में इसकी खेती करके किसान भाई ज्यादा कमाई कर सकते हैं।
सागवान के बाद लकड़ी के लिए उगाया जाने वाला ये दूसरा पेड़ हैं। इसे खेमर नाम से भी जाना जाता है। इसे स्थानीय भाषा में गम्हार, कुम्भारी और सीवन भी कहते हैं। यह पेड़ भारत में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में पाया जाता है। इसकी खेती रेतीली दोमट भूमि में काफी अच्छी होती है। इसकी लकड़ी का उपयोग इमारती लकड़ी में किया जाता है। इसकी लकड़ी से खिलौने, कृषि उपकरण और फर्नीचर तैयार किया जाता है। वहीं इसकी पत्तियों का उपयोग दवाई बनाने मेें किया जाता है। यह अल्सर जैसी समस्या से राहत दिलाने में काफी उपयोगी है। ये बहुत तेजी से बढऩे वाला पेड़ होता है। मध्यम वर्षा वाले क्षेत्रों में इसे पहाडियों तथा खेत की मेड़ों पर व उबड़-खाबड़ जमीन पर भी इसे लगाया जा सकता है। फलों की खेती के साथ इसे लगाने से भूमि में नाईट्रोजन और फारफोरस की मात्रा बढ़ती है। इसकी विशेषताओं को देखते हुए ये कई प्रकार से लाभकारी पेड़ है। अब बात करें इस पेड़ से कमाई की तो एक एकड़ में लगे इसके पेड़ों से कुल एक करोड़ की कमाई की सकती है। एक एकड़ में इसके 500 पौधे लगाए जा सकते हैं। इसे लगाने की लागत करीब 40 से 55 हजार रुपए के करीब आती है। इस पेड़ की कमाई इससे प्राप्त लकड़ी गुणवत्ता पर निर्भर करती है।
सफेदे की बाजार में भारी मांग है। इसकी कीमत भी बाजार में अच्छी मिलती है। सफेदे को यूकेलिप्टस भी कहते हैं। इसकी खेती की खास बात ये हैं कि इसमें सबसे कम पानी की आवश्यकता होती है और विपरित मौसम का भी इस पर असर नहीं पड़ता है। इसकी खेती हर प्रकार की जलवायु में की जा सकती है। ये तेजी से बढऩे वाला पेड़ है। इसकी खेती से किसान काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसकी लकड़ी से फर्नीचर, ईंधन तथा कागज का लुगदी बनाई जाती है। यह पौधा करीब 8 से 10 साल में एक पेड़ के तौर पर विकसित होता है। इसके बाद किसान इससे 10 से 12 लाख रुपए की कमाई आसानी से कर सकते हैं। अब बात करें इसके बाजार भाव की तो इसकी एक किलो लकड़ी की कीमत 6 रुपए प्रति किलो होती है। इसकी खेती का खर्च निकालने के बाद किसान इससे करीब 60 लाख रुपए 4 से 5 साल में कमा सकते हैं।
इस पेड़ की लकड़ी की भी बाजार में काफी मांग है। इसकी लकड़ी का उपयोग फर्नीचर बनाने में किया जाता है। इसकी लकड़ी लाल व भूरे रंग की हाती है। इसमें पानी का असर नहीं होता है। इस तरह ये काफी टिकाऊ होती है। लकड़ी के साथ ही इसके बीजों को बेचकर भी अच्छी खासी कमाई की जा सकती है। इसके बीजों का उपयोग औषधीय रूप में किया जाता है। वहीं इसकी पत्तियों से खाद तैयार किया जाता है। इस तरह देखा जाए तो इस पेड़ के बीज से लेकर पत्तियों तक महत्व है। इसके फल व पत्तों से कैंसर, ब्लडप्रेशर, अस्थमा, सर्दी, मधुमेह सहित अन्य रोगों की दवाइयां बनाई जाती हैं। अब बात करें इस पेड़ से कमाई की तो इसके पेड़ से भी अच्छी खासी कमाई की जा सकती है। महोगनी के पेड़ 12 साल में लकड़ी की फसल के लिए तैयार हो जाते हैं और पांच साल में एक बार बीज देते हैं। एक पौधे से 5 किलो बीज मिलते हैं। इसके बीजों की कीमत बहुत अधिक होती है और ये एक हजार रुपए प्रति किलो तक के भाव से बाजार में बिक जाते हैं जबकि इसकी लकड़ी की बाजार कीमत 2000 से 2200 रुपए प्रति क्यूबिक फीट है। इस तरह देखा जाए तो किसान इस पेड़ को लगाकर लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं।
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