फूलगोभी 6099 : इस नई किस्म से गर्मी में भी उगाएं फूलगोभी, होगी बंपर पैदावार और कमाई

Share Product प्रकाशित - 15 Jun 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा

फूलगोभी 6099 : इस नई किस्म से गर्मी में भी उगाएं फूलगोभी, होगी बंपर पैदावार और कमाई

बिहार में विकसित हुई है फूलगोभी की नई किस्म फूलगोभी 6099, जानें क्या है विशेषता

सर्दियों में फूल गोभी की सब्जी काफी पसंद की जाती है। ज्यादातर घरों में मुख्य सब्जी के तौर पर फूल गोभी को ही खाया जाता है। विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन के, फाइबर, प्रोटीन, फॉस्फोरस, मैंगनीज और पोटेशियम जैसे तत्वों की प्रचुरता होती है। इसके सेवन से शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। फूलगोभी की खेती के लिए अच्छी किस्म का चयन करना जरूरी होता है। बिहार के कृषि विश्वविद्यालय में फूलगोभी की एक ऐसी किस्म की खोज की गई है, जिससे गर्मियों में भी फूलगोभी की खेती की जा सके। 

ट्रैक्टर जंक्शन के इस पोस्ट में हम फूल गोभी की नई किस्म, खेती करने का तरीका, पैदावार और कमाई के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

गर्मियों में फूलगोभी की खेती के लाभ

गर्मियों में फूलगोभी की खेती करने के कई लाभ हैं। जैसे इस फसल के ज्यादा रेट मिलते हैं। सर्दियों में फूल गोभी की खेती बड़े स्तर पर होती है लेकिन गर्मियों में इसकी खेती कम होती है, यही वजह है कि मार्केट में उच्च मांग में रहने वाली इस सब्जी को लोग ज्यादा मूल्य पर खरीदते हैं। इससे इसकी खेती करने वाले किसानों को काफी फायदा होता है।

किस किस्म को किया गया है विकसित

फूलगोभी की वैरायटी 6099 को बिहार के कृषि उद्यान महाविद्यालय नालंदा में विकसित किया गया है। उद्यान के प्रधान आचार्य डॉ पंचम कुमार सिंह ने बताया कि अब तक किसान सिर्फ सर्दियों में ही फूलगोभी की खेती करते थे। जुलाई में फूलगोभी की नर्सरी तैयार की जाती थी। अगस्त महीने में इसकी बुआई शुरू हो जाती थी। जिसके बाद मार्केट में आवक की शुरुआत अक्टूबर से हो जाती थी। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा इस नई किस्म की खोज के बाद अब किसान सालभर गोभी की खेती कर सकते हैं। इस नई किस्म की नर्सरी साल के फरवरी महीने से ही शुरू हो जाएगी। इस किस्म को गरमा फूलगोभी कहा गया है, क्योंकि इसकी पहली उपज मई महीने में होगी। दूसरी नर्सरी जून महीने में शुरू होगी। जिसकी पैदावार अक्टूबर माह तक मिलती है।

कैसे करें इस नई किस्म से फूलगोभी की खेती 

इस किस्म की फूलगोभी की खेती करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें।

  • जुताई से पहले खेत में प्रति 4 कट्ठे यानी 0.1 एकड़ जमीन पर 1 ट्रॉली गोबर या जैविक खाद डालें। इसके बाद जुताई करें और जुताई के बाद फसल की बुआई कर सकते हैं।
  • बुआई के बाद हर दो से तीन दिन बाद फसल की सिंचाई करें। ये सिंचाई इसलिए जरूरी है ताकि तेज गर्मी का प्रभाव पड़ने से फूल को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचे ।
  • रसायनिक खाद की जगह जैविक खाद का उपयोग करें। तेज गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए रसायनिक खाद की जगह जैविक खाद का उपयोग किया जाना चाहिए। ताकि फसल की गुणवत्ता अच्छी हो।
  • यूरिया खाद का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। सर्दियों की फसल में यूरिया का इस्तेमाल किया जाता है।

कितनी होगी पैदावार और कमाई

फूलगोभी की इस नई किस्म से खेतों में अच्छी पैदावार ली जा सकती है। प्रति एकड़ इस फूलगोभी से सामान्यतः 40 से 50 क्विंटल तक की पैदावार होती है। किसान थोक भाव में अपने उपज को 6 रुपए से 10 रुपए प्रति किलोग्राम तक बेच सकते हैं। अगर एक एकड़ में खेती की जाती है तो सामान्यतः 3 लाख से 4 लाख रुपए तक की सालाना कमाई की जा सकती है।

ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सोनालिका ट्रैक्टर, फोर्स ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।

अगर आप नए ट्रैक्टरपुराने ट्रैक्टरकृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।

हमसे शीघ्र जुड़ें

Call Back Button
scroll to top
Close
Call Now Request Call Back