प्रकाशित - 19 Nov 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
Krishi Mela 2024 : बेंगलुरु में कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय के गांधी कृषि केंद्र (जीकेवीके) परिसर में 14 नवंबर से शुरू हुए कृषि मेला 2024 (Krishi Mela 2024) का शानदार तरीके से समापन हुआ। इस मेले में कृषि तकनीक में आ रहे आधुनिक बदलाव को दिखाते हुए कई बेहतरीन तकनीकों का प्रदर्शन किया गया जो भारतीय खेती को नई दिशा में ले जाने का काम करेगी। मेले के अंतिम दिन 700 से अधिक स्टॉल लगाई गई जिन्हें देखने के लिए लोग उमड़ पड़े। इन स्टॉलों में अत्याधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई। इस चार दिवसीय कृषि मेले में कुल 34.13 लाख लोगों आए जिससे 6.17 करोड़ रुपए का बिजनेस हुआ। कार्यक्रम में दौरान मौजूद लोगों ने मेला देखने के साथ ही 53,111 व्यंजनों का आनंद भी लिया।
कृषि मेला 2024 में कई प्रकार की चीजों का प्रदर्शन किया गया जिससे मेला लोगों के लिए खास बन गया। मेले में जिन बेतहरीन चीजों का प्रदर्शन किया गया, उनमें से प्रमुख 5 चीजें इस प्रकार से है जिन्होंने लाेगों को अपनी ओर आकर्षित किया।
मेले में सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण एक उच्च तकनीक वाले नारियल प्लकर स्टैंड (Coconut Plucker Stand) की प्रस्तुति रही जो 80 फीट तक पहुंच सकता है। यह कार्बन-फाइबर टेलीस्कोपिक प्लकर ऊंचे पेड़ों से नारियल व सुपारी की कटाई (Coconut and Betel Nut Harvesting) कर सकता है जिसमें एक बार में 70 किलोग्राम तक उपज एकत्रित करने की क्षमता है। इसके अलावा मेले में एक ऐसी मशीन भी प्रदर्शित की गई जो प्रति घंटे 300 पर्यावरण-अनुकूल नारियल प्लेट बनाने की क्षमता रखती है। यह मशीन प्लास्टिक कचरे की बढ़ती समस्या का एक स्थाई समाधान पेश करती है। नारियल प्लकर के अलावा मेले में नारियल कटाई (Coconut Harvesting) करने वाले ड्रोन (Drone) का प्रदर्शन भी किया गया जिसे विशेष रूप से नारियल के पेड़ों के लिए डिजाइन किया गया है। यह ड्रोन पेड़ों के शीर्ष यानी टॉप पर उड़ सकता है और सटीकता के साथ नारियल की कटाई का काम कर सकता है।
मेले में प्रदर्शित अन्य नवीन तकनीकों में नीरो तकनीक (Nero Technology ) भी शामिल है, जो इन बिल्ट सेंसर से लैस है। इसके द्वारा मिट्टी की नमी, तापमान, आर्द्रता और समग्र मिट्टी की क्वालिटी जैसे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय कारकों की निगरानी की जा सकती है। इस तकनीक के तहत मोबाइल ऐप (Mobile App) पर वास्तविक समय का डेटा भेजकर और रंगों के माध्यम से संकेत देकर, नीरो किसानों को फसल स्वास्थ्य का प्रबंधन करने सहित सिंचाई, कीट नियंत्रण व उर्वरक के बारे में उचित निर्णय लेने में सहायता प्रदान करता है।
मेले में किसान मुख्य तौर पर बूम स्प्रेयर (Boom Sprayer) और स्वचालित पक्षी और बंदर भगाने वाले रोबोटिक समाधानों की ओर आकर्षित हुए जिसमें ध्वनि का उपयोग करके खेती के काम को सरल बनाने काम किया गया है। इस मशीन की ध्वनि सुनकर बंदर और पक्षी खेत में नहीं आएंगे जिससे फसल को इनसे सुरक्षित रखा जा सकता है।
मेले के एक और मुख्य आकर्षण में महिंद्रा मित्रा ट्रैक्टर (Mahindra Mitra Tractor) भी रहा। इस ट्रैक्टर को खास तौर से 173 लीटर कीटनाशक रखने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी सहायता से विशेष रूप से अनार, अंगूर व संतरे जैसी फसलों पर छिड़काव किया जा सकता है। यह चालक रहित ट्रैक्टर है जो बड़े खेतों में कीटनाशकों के कुशल और समान छिड़काव करता है जिससे फसल के लिए बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
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