प्रकाशित - 25 Nov 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
सोयाबीन की खेती (Soybean Cultivation) करने वाले किसान इस समय सोयाबीन में नमी की समस्या को लेकर काफी परेशान है। नमी अधिक रहने से किसानों को बाजार में सोयाबीन का सही भाव नहीं मिल पा रहा है। हालात यह है कि किसानों को मजबूरन न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से नीचे व्यापारियों को अपनी सोयाबीन बेचनी पड़ रही है। हालांकि सरकार ने सोयाबीन की सरकारी खरीद का शुरू कर दी है। साथ ही किसानों की 15 प्रतिशत तक नमी वाली सोयाबीन खरीदने की बात कही है। इससे किसानों को थोड़ी बहुत राहत मिली है।
इसके बाद भी किसानों के लिए सोयाबीन में नमी की समस्या उन्हें चिंतित कर रही है। अधिक नमी से उन्हें अपनी सोयाबीन की फसल खराब होने का डर सता रहा है। सोयाबीन में नमी की समस्या से जुझ रहे किसानों के लिए हम सोयाबीन में नमी की समस्या को दूर करने के लिए 5 तरीके लेकर आए है जिनकी सहायता से वे अपनी सोयाबीन की उपज में नमी की मात्रा को कम कर सकते हैं, तो आइये जानते हैं, सोयाबीन में नमी को कम करने वाले यह आसान पांच तरीके या उपायों के बारे में-
आप पेडेस्टल पंखे (Pedestal Fans) से भी अपनी सोयाबीन की उपज को सूखा सकते हैं। इसमें हर एक या दो दिन पर सोयाबीन की नमी की जांच करते रहन चाहिए और उसी के अनुसार पंखे की स्पीड को घटाते व बढ़ाते रहना चाहिए। जिस पात्र में रखकर सोयाबीन को सुखाया जा रहा है उसकी गंध को चेक करते रहना चाहिए। यदि सड़ने जैसी दुर्गंध आ रही हो तो उस पात्र को बदल देना चाहिए, क्योंकि नमी कम नहीं होने की स्थिति में सोयाबीन जल्दी खराब होने लगता है।
बाजार में कई तरीके की ड्रायर मशीनें (Dryer Machines) आती हैं जिनका इस्तेमाल करके आप अपनी सोयाबीन की उपज को सुखा सकते हैं। इसमें तापमान को घटाने व बढ़ाने का ऑप्शन भी होता है। आप इसके अनुसार अनकूल तापमान सेट कर सकते हैं। इसमें इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि अधिक तापमान पर सोयाबीन को सूखाने से इसके दाने के चटकने की संभावना रहती है जिससे बाजार या मंडी में इसे बेचना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ड्रायर से सोयाबीन सुखाने के संबंध में इस दिए मशीन के साथ दी गई बुकलेट में दिए गए इस्तेमाल करने निर्देशों का पालन करना चाहिए।
सोयाबीन की फसल को सुखाने के लिए ग्रेन स्प्रेडर (Grain Spreader) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस पर आप सोयाबीन को बिछा सकते हैं। इस तकनीक में कम तापमान पर सोयाबीन की उपज को सुखाया जा सकता है। इस स्प्रेडर का फ्लोर छिद्रदार होता है जिसके नीचे पंखा लगाया जा सकता है। इस पंखे की चलने की गति पर सोयाबीन के सूखने की गति निर्भर करेगी। बाहर का तापमान भी सायोबीन के सुखने की गति में अहम भूमिका निभाता है। यदि बाजार गर्मी है तो आपकी सायोबीन की फसल जल्द सूख जाएगी। वहीं बाजार नमी वाला वातावरण है तो इसे सूखने में अधिक समय लग सकता है।
सोयाबीन को सीलन वाली जगह पर रखने से बचना चाहिए। सीलन वाली जगह पर सोयाबीन रखने से उसमें नमी और नमी आ जाएगी और नमी अधिक होने से सोयाबीन में फंफूदी आ सकती है और इससे सोयाबीन की फसल खराब हो सकती है। ऐसे में सायोबीन को रखने के लिए हवादार व उपयुक्त प्रकाश वाली जगह का चुनाव करना चाहिए। बता दें कि सोयाबीन की कच्ची उपज में संक्रमण बढ़ने का खतरा अधिक होता है इससे पूरी उपज तक खराब हो सकती है।
सोयाबीन की उपज को सुखाने के लिए आग या आग की हिट का इस्तेमाल कभी नहीं करना चाहिए। इससे सोयाबीन की फसल को काफी नुकसान हो सकता है। सोयाबीन के चलने का खतरा बना रहता है। वहीं अधिक गर्मी मिलने से सोयाबीन का दाना फट सकता है। ऐसे में आग का इस्तेमाल सोयाबीन सुखाने के लिए कभी नहीं करें, इससे भारी नुकसान होने की संभावना बनी रहती है, इससे दाना खराब हो जाता है जिससे उपज की खरीद नहीं हो सकेगी।
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