प्रकाशित - 30 Nov 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
गेहूं के भावों में लगातार तेजी का दौर जारी है। माह नवंबर के दौरान बाजार में गेहूं का रेट सरकार की ओर से निर्धारित किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी (MSP) से दुगुने हो गए हैं। गेहूं के भावों में लगातार तेजी ने आम आदमी और सरकार की चिंता को बढ़ा दिया है। गेहूं की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सरकार ने गेहूं की कीमतों पर नियंत्रण के लिए एक खास कदम उठाया है। सरकार को उम्मीद है कि उनके इस कदम से गेहूं की कीमतों को नियंत्रित किया जा सकेगा जिससे आमजन को बढ़ती हुई मंहगाई से कुछ राहत मिल सकेगी।
यदि बात करें नवंबर माह की तो बीते कई सप्ताह से गेहूं की कीमत मंडियों और खुले बाजार में लगातार बढ़ रही है। गेहूं की कीमत इतनी बढ़ गई है जो एमएसपी से डबल से भी ऊपर जा देखी गई है। उपभोक्ता मामले विभाग के मूल्य निगरानी डिवीजन के मुताबिक 20 नवंबर 2024 को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और गोवा की मंडियों में गेहूं के अधिकतम थोक भाव 5800 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। यह कीमत एमएसपी (MSP) की तुलना में दुगुनी से भी अधिक है। सरकारी आंकड़ों से आधार पर देखें तो पता चलता है कि मंडियों में गेहूं का औसत भाव 31.92 रुपए प्रति किलोग्राम बिका है। जबकि अधिकतम कीमत 58 रुपए प्रति किलोग्राम है। उत्तर प्रदेश में गेहूं का थोक औसत भाव 28.67 रुपए किलोग्राम है। दिल्ली में गेहूं का भाव 31 रुपए प्रति किलो यानी 3100 रुपए प्रति क्विंटल है। गुजरात में 35.14 रुपए प्रति किलोग्राम तो महाराष्ट्र में गेहूं का औसत भाव 39.74 रुपए प्रति किलोग्राम दर्ज किया गया। वहीं गोवा में गेहूं की सबसे कम कीमत 50 रुपए किलोग्राम दर्ज की गई। इसी प्रकार 22 नवंबर 2024 में मुंबई में गेहूं की थोक अधिकतम कीमत 6,000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई जो सरकार द्वारा घोषित एमएसपी से करीब 64 प्रतिशत ज्यादा है। बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी 2275 रुपए क्विंटल निर्धारित किया गया है। वहीं अगले फसल विपणन सीजन 2025–26 के लिए हाल ही केंद्र सरकार ने गेहूं की एमएसपी में 150 रुपए बढ़ोतरी की है जिससे आगामी सीजन में किसानों को गेहूं बेचने पर 2425 रुपए का एमएसपी मिलेगा।
गेहूं की कीमतों को लेकर सरकार से लेकर आमजन तक चिंतित है। ऐसे में गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए एफसीआई 25 लाख मीट्रिक टन गेहूं ई-ऑक्शन के माध्यम से खुले बाजार में लाने का फैसला किया है। इस संबंध में उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने कहा है कि खुले बाजार में गेहूं की कीमत को नियंत्रित करने के लिए ओपन मार्केट सेल स्कीम (ओएमएसएस) 2024 के तहत गेहूं की आपूर्ति बढ़ाने के लिए ई-नीलामी के लिए 25 लाख मीट्रिक टन गेहूं का विक्रय किया जाएगा। आटा मिलों, गेहूं उत्पादों के निर्माताओं, प्रॉसेसिंग यूनिट को यह गेहूं विक्रय किया जाएगा।
बढ़ती हुई खाद्य महंगाई को रोकने के लिए केंद्र सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग ने 2024 के लिए अपनी ओएमएसएस (डी) नीति में गेहूं के लिए 2325 रुपए प्रति क्विंटल (एफएक्यू) और 2024 के लिए 2325 रुपए प्रति क्विंटल का रिजर्व मूल्य निर्धारित किया है। वहीं 31 मार्च 2025 तक आरएमएस 2024-25 सहित सभी किस्मों के गेहूं (यूआरएस) के लिए 2300 रुपए प्रति क्विंटल की दर से ई-नीलामी के माध्यम से निजी प्लेयर्स को बेचा जाएगा।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के साथ राज्य एजेंसियों के पास 31 अक्टूबर 2024 तक गेहूं का स्टॉक 222.64 लाख मीट्रिक टन है। खाद्यान्न स्टॉक मानक के अनुसार एजेंसियों के पास 205.20 लाख मीट्रिक टन गेहूं का बफर स्टॉक होना चाहिए। ऐसे में देखा जाए तो अभी एजेंसियों के पास तय किए गए मानक से अधिक गेहूं की उपलब्धता है। अब सरकार की ओर से इस बफर स्टॉक से 25 लाख मीट्रिक टन गेहूं खुले बाजार में जारी किया जाएगा। इसके बाद भी 197 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं बफर स्टॉक में जमा रहेगा।
देश के प्रमुख राज्यों की मंडियों में गेहूं के भाव अलग-अलग चल रहे हैं। अधिकांश मंडियों में भाव एमएसपी (MSP) से अधिक है। वहीं किसी-किसी मंडी में गेहूं का भाव एमएसपी के दुगुने से भी ज्यादा देखे गए। देश के प्रमुख राज्यों में गेहूं के जो भाव चल रहे हैं वे इस प्रकार से हैं-
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सॉलिस ट्रैक्टर, महिंद्रा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।