प्रकाशित - 11 Apr 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
अक्सर गर्मी के मौसम में गाय-भैंस के दिए जाने वाले दूध की मात्रा कम हो जाती है। पशुपालक इस स्थिति में परेशान हो जाते हैं। इन स्थितियों से बचने के लिए और पशुओं का दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए (Increase Milk Production of Cattle) पशुपालक किसानों को कुछ उपाय अपनाने चाहिए, जिससे वे आसानी से अपने पशु के दुग्ध उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। अक्सर ज्यादा गर्मी की वजह से दुधारू पशुओं में दूध देने की क्षमता में होने वाली कमी को देखा जाता है।
ट्रैक्टर जंक्शन के इस पोस्ट में हम आपको दूध बढ़ाने के तरीके, गर्मियों में गाय भैंस के दूध घटने के कारण और दूध बढ़ाने के उपचार या दवा के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
गाय का दूध गर्मियों में घटने का बड़ा कारण गाय के शरीर में पानी की मात्रा के घटते और बढ़ने रहना है। गर्मी के समय में गाय सर्दियों के अपेक्षाकृत अधिक पसीना बहाती है। हालांकि गाय में दूध घटने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे पोषण की कमी, दुधारू तंत्र में किसी प्रकार की अनुपयुक्तता आदि। लेकिन गर्मियों में गर्म जलवायु की वजह से गाय और भैंस के दूध उत्पादन (Milk Production of Cow & Buffalo) की क्षमता में कमी देखने को मिलता है।
गर्मियों में राहत के लिए पशुओं के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। गर्मियों में हरे चारे (Green Fodder) की मात्रा की बढ़ा कर गाय के शरीर में तापमान का नियंत्रण अच्छे से किया जा सकता है। चूंकि दूध उत्पादन के कम होने से पशुपालक किसानों (Animal Husbandry Farmers) की आय काफी प्रभावित होती है। इसलिए किसान, अपने पशुओं को राहत देने के लिए कूलर या पंखा लगाने की व्यवस्था कर सकते हैं। कूलर या पंखा लगाकर भी गाय के शारीरिक तापमान को बहुत हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
दूध बढ़ाने के लिए 200 से 300 ग्राम सरसों का तेल लें। तेल को 250 ग्राम गेहूं के आटे में मिला कर शाम को पशुओं को चारा खिलाने और पानी पिलाने के बाद खिलाएं। बता दें कि इस दवा को खिलाने के बाद पशुओं को पानी न पिलाएं। ध्यान रखें कि दवा खिलाते हुए भी पशु को पानी नहीं पिलाना है। 7 से 8 दिनों में ही आपको इस दवा का फर्क दिखने लग जाएगा और दूध बढ़ने लगेगा।
लोबिया घास में प्रोटीन और फाइबर (Protein and Fiber) की अच्छी मात्रा पाई जाती है। ये दोनों तत्व पशुओं में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए जरूरी होते हैं। कई विशेषज्ञ बताते हैं कि दुधारू पशुओं को यदि लोबिया घास (Cowpea Grass) खिलाया जाए तो पशु के दूध देने की क्षमता बढ़ जाती है। इसके अलावा लोबिया घास की एक खासियत ये भी है कि अन्य घास के तुलना में लोबिया घास अधिक पाचक है।
गाय-भैंस का दूध बढ़ाने के लिए घरेलू नुस्खे से एक ऐसा मिश्रण तैयार किया जा सकता है। जिससे गाय की दूध देने की क्षमता प्रभावित नहीं होगी। गेहूं का दलिया, गुड़ शरबत, जीरा, मैथी, अजवाइन और कच्चा नारियल का मिश्रण गाय के बयाने के 3 दिन बाद तक दिया जाए तो पशु के दुग्ध उत्पादन की क्षमता को बरकरार रखा जा सकता है। इस औषधि की मदद से गाय के पाचन तंत्र, रक्त परिसंचरण तंत्र और दुग्ध तंत्र में भी सुधार होता है।
आसपास यदि चारागाह की सुविधा हो तो आसपास पशुओं को खुला छोड़ें और चरने दें। खुले में घूमने से पशुओं में एक तरह से ताजगी का संचार होता है। ठंडे पानी से पशुओं को नहलाएं। साथ ही पशु की देखभाल पर विशेष ध्यान दें। इसके अलावा ये भी ध्यान रखें कि गाय के दूध की मात्रा गाय के उम्र, जाति, गाय के स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है।
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