प्रकाशित - 18 Jul 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
देश में दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपालन पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से भी पशुपालन को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। इतना ही नहीं कुछ राज्यों में दूध के रेट पर भी सब्सिडी दी जा रही है जिससे डेयरी पशुपालकों को लाभ हो रहा है। अधिक दूध प्राप्त करने के लिए पशुपालक गाय की अच्छी नस्लों का चयन करते हैं। विदेशी गायों का पालन बड़ा खर्चीला होता है और वे भारत की जलवायु में सामान्य तरीके से नहीं रह पाती हैं। इसी साथ ही इसमें रोग आदि लगने की संभावना सबसे अधिक होती है।
वहीं गाय की देसी नस्लों का पालन करना काफी सरल है और इसमें खर्चा भी कम आता है। वहीं देसी नस्ल की गायों का गोबर खेती में खाद के लिए काफी अच्छा माना जाता है। ऐसे में सरकार भी देसी नस्ल के पालन करने की बात कह रही है। जैविक खेती के लिए तो देसी गाय पालना जरूरी है। देसी गायों की नस्ल में भी बहुत सी ऐसी नस्ल है जो अधिक दूध देती है। इसमें से एक लाल सिंधी गाय भी है जो रोजाना 20 लीटर दूध देने की क्षमता रखती है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको देसी नस्ल की गाय लाल सिंधी की विशेषता और लाभ और इसकी कीमत की जानकारी दे रहे हैं, जो आइये जानते हैं, इसके बारे में।
लालसिंधी गाय का मूल स्थान बलूचिस्तान के बेला राज्य को माना जाता है। यह एक देशी नस्ल की गाय है जो अधिक दूध देने के लिए जानी जाती है। लालसिंधी गाय की विशेषताओं को देखते हुए अब इसका पालन पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों में होने लगा है। यहां कई किसान इस देसी नस्ल का पालन करके अच्छा लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
लाल सिंधी गाय की नस्ल एक ब्यांत में औसतन 1840 लीटर तक दूध देती है। ऐसे में गाय की यह नस्ल प्रतिदिन 12 से लेकर 20 लीटर तक दूध दे सकती है। लालसिंधी गाय की प्रति ब्यांत दूध देने की न्यूनतम क्षमता 1100 लीटर और अधिकतम 2600 लीटर होती है। इसके दूध में प्रचूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इसके दूध में वसा की मात्रा 4.5 प्रतिशत होती है।
यदि लाल सिंधी गाय की कीमत की बात करें तो इसकी कीमत 20 हजार से 80,000 रुपए तक होती है। गाय की उम्र, स्वास्थ्य, दूध देने की क्षमता और स्थान पर निर्भर करती है।
यदि आप लालसिंधी नस्ल की गाय पालना चाहते हैं तो आपको इसके आहार की जानकारी भी होना जरूरी है। क्योंकि गायों की नस्ल के हिसाब से इनकी खुराक भी अलग-अलग होती है। यदि जरूरत से ज्यादा खिला दिया जाए तो इनकी पाचन शक्ति खराब हो सकती है। ऐसे में लालसिंधी गाय को संतुलित आहार में क्या दें यह जान लेते हैं। लालसिंधी गाय को फलीदार चारे को खिलाने से पहले उनमें तूड़ी या अन्य चारा मिला लेना चाहिए। इससे पाचन शक्ति सही रहती है। यदि आप चाहे तो बाजरा, चोकर, जौ, मक्का, जई, ज्वार, गेहूं व चावल की पॉलिश, मक्की का छिलका आदि इसे खाने को दे सकते हैं। इन चीजों को खिलाने से इसके दूध देने की क्षमता में बढ़ोतरी होती है।
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